नारी डेस्क: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे शरीर को प्रभावित करती है। कई बार इसके लक्षण शुरू में इतने हल्के होते हैं कि हम उन्हें नज़रअंदाज़ कर देते हैं। खासकर पैरों में होने वाले कुछ बदलाव डायबिटीज आने से पहले ही संकेत देने लगते हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में लोग इन्हें सामान्य थकान या कमजोरी समझ लेते हैं। आइए जानते हैं कि डायबिटीज होने से पहले पैरों में कैसा महसूस हो सकता है।
पैरों में झनझनाहट या सुई चुभने जैसा एहसास
अगर बिना किसी वजह के पैरों में झनझनाहट, सिहरन या सुई चुभने जैसा महसूस होता है, तो यह शरीर में बढ़ती शुगर का संकेत हो सकता है। शुरुआत में यह एहसास हल्का होता है और अक्सर रात में ज़्यादा महसूस होता है।

पैरों में सुन्नपन (सुन्न-सुन्न लगना)
कई लोगों को ऐसा लगता है जैसे पैरों में जान नहीं है या पैरों का एहसास कम हो गया है। जूते पहनते समय या चलते वक्त भी सही से महसूस नहीं होता। यह समस्या धीरे-धीरे बढ़ सकती है।
बिना ज़्यादा चलने के भी पैरों में दर्द
अगर थोड़ा चलने या खड़े होने पर ही पैरों में दर्द, भारीपन या जलन महसूस हो, तो यह सामान्य थकान नहीं भी हो सकती। यह नसों और ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।
पैरों में जलन या गर्मी महसूस होना
कुछ लोगों को ऐसा लगता है जैसे पैरों में आग सी लग रही हो, खासकर रात के समय। यह एहसास कभी-कभी इतना परेशान करता है कि नींद भी प्रभावित हो जाती है।

पैरों की त्वचा का बहुत ज़्यादा सूखा होना
डायबिटीज से पहले पैरों की त्वचा रूखी, फटी-फटी और बेजान सी लग सकती है। एड़ियों में दरारें पड़ना भी एक संकेत हो सकता है।
छोटे घाव या छाले देर से ठीक होना
अगर पैरों में कोई छोटा सा कट, छाला या चोट बहुत समय तक ठीक नहीं हो रही, तो यह चिंता की बात हो सकती है। शरीर की रिकवरी क्षमता कम होना बढ़ी हुई शुगर का संकेत हो सकता है।
पैरों में बार-बार सूजन आना
बिना किसी खास कारण के पैरों या टखनों में सूजन आना भी एक शुरुआती संकेत हो सकता है, खासकर अगर यह समस्या बार-बार हो रही हो।

क्या करें अगर ऐसे लक्षण महसूस हों?
अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षण बार-बार महसूस हो रहे हैं, तो उन्हें नज़रअंदाज़ न करें। ब्लड शुगर की जांच करवाएं। मीठा और जंक फूड कम करें। रोज़ थोड़ा-बहुत चलने या हल्की एक्सरसाइज़ की आदत डालें। पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं। किसी भरोसेमंद डॉक्टर से सलाह लें।
जरूरी बात: हर पैरों की समस्या का मतलब डायबिटीज ही हो, ऐसा ज़रूरी नहीं है। लेकिन अगर लक्षण लगातार बने रहें, तो समय रहते जांच करवाना बहुत ज़रूरी है।