गर्मियों की तेज धूप और पसीना निकलने से प्यास तो लगती है। अब जाहिर-सी बात है कि इस प्यास को बुझाने के लिए लोग ठंडा पानी भी पीएं लेकिन ठंडा पानी पीना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है। जी हां, भले ही ठंडा पानी पी कर आपको तुरंत राहत मिल जाए लेकिन ऐसा करना सेहत के लिए हानिकारक होता है। एकदम ठंडा पानी पीने से आपको वजन बढ़ने के साथ-साथ कब्ज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
ठंडा पानी पीने के नुकसान
बढ़ाता है वजन
ठंडा पानी पीने से शरीर में जमा चर्बी सख्त हो जाती है और इससे फैट भी रिलीज नहीं होता। इससे वजन कम होने की बजाए और भी बढ़ जाता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप ज्यादा ठंडा पानी ना पीएं।
एनर्जी हो जाती है डाउन
ज्यादा ठंडा पानी पीने से मेटाबॉलिज्म धीमी हो जाती है, जिसकी वजह से शरीर सुस्त रहता है और एनर्जी लेवल डाउन हो जाता है। कोशिश करें कि ज्यादा ठंडा पानी पीने की बजाए ताजा पानी पीएं। आप चाहे तो इसकी बजाए नारियल पानी का सेवन भी कर सकते हैं।
कब्ज की शिकायत
दरअसल, ठंडा पानी पेट में पहुंच कर मल को कठोर बनाता है और जब आप वॉशरूम में लू के लिए जाती हैं तो आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं अगर आपको पहले ही कब्ज की समस्या है तो ठंडे पानी से परहेज करें।
खाना पचाने में दिक्कत
इससे पाचन क्रिया भी खराब हो सकती है क्योंकि कोल्ड टेम्प्रेचर पेट को टाइट कर देता है। इससे ना सिर्फ खाना पचाने में दिक्कत आती है बल्कि यह गैस्टिक जैसी समस्याओं का कारण भी बन सकता है।
हार्ट रेट पर असर
ठंडा पानी पीने से गर्दन के पीछे मौजूद एक नस प्रभावित होती है, जो हार्ट रेट को धीमी कर देती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में बेहतर होगा कि प्यास लगने पर भी ज्यादा ठंडे की बजाए ताजा पानी पीएं।
डीहाइड्रेशन
तेज धूप से आने के बाद बहुत ठंडा पानी बहुत अच्छा लगता है लेकिन ऐसी सिचुएशन में दो-चार घूंट पानी पीने के बाद ही प्यास शांत हो जाती है। इससे शरीर को भरपूर मात्रा में पानी नहीं मिल पाता और आप डीहाइड्रेशन का शिकार हो जाते हैं। अगर पूरे दिन नॉर्मल पानी से प्यास बुझाई जाए तो शरीर डीहाइड्रेटेड होने से बच जाता है।
गले में इंफैक्शन
इसके कारण गले में इंफैक्शन की समस्या भी हो सकती है। इस इंफैक्शन से म्यूकस प्रोड्यूस होने लगते हैं, जिससे गला खराब हो जाता है। साथ ही बहुत ज्यादा ठंडा पानी कफ, बुखार और सर्दी-खांसी का कारण भी बन सकती है।
सिर दर्द की समस्या
ठंडा पानी दिमाग में मौजूद क्रॉनियल नस को अफेक्ट करता है, जिससे सिर में तेज दर्द होने लगता है। हालांकि लोगों को लगता है कि ऐसा धूप के कारण हो रहा है जबकि यह सच नहीं होता।
कब और कैसे पिएं पानी?
-सुबह खाली पेट 2-4 गिलास ताजा पानी पिएं।
-अगर आप वातानुकूलित (Air-Conditioned) वातावरण में काम करते हैं तो हर रोज 2.5 लीटर से अधिक पानी ना पिएं और ठंडे पानी से परहेज करें।
-वर्कआउट से पहले 16 औंस, कसरत के दौरान 4-8 औंस और इसके बाद 16 औंस पानी पीना जरूरी है।
-गर्मियों के दौरान, नियमित अंतराल पर ताजा पानी पीकर ही खुद को हाइड्रेटेड रखें।