हर साल अश्विनी मास की दशमी तिथि को दशहरा का पावन पर्व मनाया जाता है। पौराणिक कथा अनुसार इस दिन भगवान राम ने रावण पर विजय पाई थी। साथ ही देवी दुर्गा ने राक्षस महिषासुर का अंत किया था। ऐसे में इस दिन को विजय दशमी भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन रावण दहन व कुछ उपाय करने से जीवन की समस्याओं का अंत होता है। इसके अलावा कुछ खास उपाय करने से जाने-अनजाने में हुई गलतियों से मांफी मिलती है। ऐसे में अगर आप भी किसी गलती को लेकर पछता रहे हैं तो आज हमको अपनी भूल से सुधारने यानि मांफी मांगने के लिए आसान से उपाय बताते हैं। चलिए जानते हैं इनके बारे में...
काली माता के आगे तेल का दीपक जलाएं
इसके लिए आप विजयदशमी के दिन काली माता की मूर्ति के आगे बैठकर ध्यान करें। फिर तेल में 11 तिल के दाने डालकर दीपक जलाकर माता रानी के सामने रखें। उसके बाद देवी मां से अपने गुनाहों की मांफी मांगे। मान्यता है कि इससे देवी मां जल्दी ही प्रसन्न होती है। जीवन की परेशानियां दूर होकर घर में सुख-शांति का वास होता है।
शमी पेड़ के आगे जलाएं आटे का चौमुखी दीपक
मान्यता है कि दशहरे वाले दिन शमी पेड़ की पूजा करने का विशेष महत्व है। इसके लिए आटे के चार मुखी दीपक जलाकर शमी पेड़ के आगे रखें। अपने गलती की मांफी मांगे। इस दौरान ध्यान रखें कि आपको कोई टोके नहीं और साथ ही बिना पीछे देखें घर दीपक जलाकर घर लौट आए। मान्यता है कि इस उपाय को करने से भगवान की कृपा मिलती है। इससे जीवन में सुख-समृद्धि व खुशहाली का आगमन होता है।
घर पर पौधा लगाकर उसकी देखभाल करें
अगर आप कोई गलती करके परेशान है और अपने अपराध से मुक्ति पाने चाहते हैं तो इस दिन करें ये काम। इसके लिए विजयदशमी के दिन एक पौधा लागकर घर लगाएं। इसकी अच्छे से देखभाल करें। अपने अपराध की मांफी मांगे। इसके साथ ही अपने मन की बात किसी को बताएं। मान्यता है कि इससे अपराध का बोझ कम होता है। इसके अलावा पौधा जैसे-जैसा बढ़ेगा आपके जीवन में सुख-समृद्धि की बढ़ेगी।