'राधा-कृष्ण' वो नाम जो एक दूसरे के बिना अधूरा है राधा और कृष्ण न सिर्फ एक दूसरें के नाम को पूरा करते हैं बल्कि वह एक दूसरों के बिना भी अधूरें हैं। राधा रानी और कृष्ण की प्रेम कहानी को कौन नहीं जानता है। वो कहानी जो आज हमें ये सीखाती है कि किसी को पाना ही असल प्रेम नहीं होता है। जरूरी तो नहीं कि जिससे हम प्रेम करते हो उससे ही हमारी शादी हो। इसके लिए सबसे बड़ी मिसाल है राधा और कृष्ण की...दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे लेकिन दोनों की शादी नहीं हो पाई। राधाकृष्ण का प्रेम बस यह बात नहीं सीखाता है बल्कि उनके प्रेम से तो हमें भी बहुत सारी बातें सीखने को मिलती हैं जो आज के कपल्स के लिए सीख से कम नहीं हो सकती हैं।
1. एक दूसरे की ताकत बनें
आजकल के रिश्ते में एक ये बात आम देखी जाती है कपल्स एक दूसरे की ताकत नहीं बल्कि कमजोरी बन जाते हैं। लेकिन असल में तो यह प्रेम नहीं है। प्रेम तो वो है जिसमें हम एक दूसरे की ताकत बनते हैं और एक दूसरे को जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं इसलिए अपने पार्टनर को कमजोर नहीं बल्कि जिंदगी के हर मोड़ पर उसे ताकतवर बनाएं।
2. धीरज से लें काम
राधाकृष्ण का प्रेम हमें धीरज की सीख भी देता है। आजकल हर एक रिश्ते में लड़ाई होती है कईं बार ऐसा देखा जाता है कि उस रिश्ते को संवारने की जगह हम इसे तोड़ देते हैं। अगर एक गुस्से में बात कर रहा है तो यह दूसरे की जिम्मेदारी है कि वह शांत रहे और इस बंधन को टूटने से बचाए। ऐसा करने से आप छोटे नहीं हो जाएंगे और न ही आपके मान को कोई ठेस पहुंचेगी। इसलिए हमेशा धीरज से काम लें।
3. एक दूसरों को बदलें ना
असल और सच्चा प्रेम वही है जिसमें हमारा मकसद सामने वाले को बदलना नहीं होता है। प्रेम तो वो एहसास है जिसमें हमें हमारा प्रेमी वैसा ही पसंद है जैसा वह है। अगर आप उसे बदलने की कोशिश करेंगे या फिर आप उसे अपनी तरह बनाना चाहेंगे तो आप प्रेम को कभी भी पा नहीं सकते हैं।
4. प्यार का इजहार करें
रिश्तों में मिठास तभी बनी रहती है जब आप प्रेमी से प्यार का इजहार करते हैं। कृष्ण भी राधा रानी से प्रेम के भाव प्रगट करना और प्रेम का इजहार करना कभी भूलते नहीं थे। इसलिए जिंदगी को और खूबसूरत बनाने के लिए आप भी समय समय पर प्यार का इजहार करें।
5. बिना कहें बातें समझना
आज हर किसी की जिंदगी में बहुत सारी समस्याएं हैं। रिश्तों में भी इतनी दूरियां हैं कि लोग अपनी बात करने में एक नहीं बल्कि कईं बार सोचते हैं। अगर आपका पार्टनर भी आसानी से बातें आपके सामने नहीं रख सकता है तो इसका अर्थ यह नहीं है कि आप हमेशा उसके बोलने का इंतजार करें कईं बार आपको बिन कहें भी कुछ बातें समझ जानी चाहिए।
6. छोटी-छोटी लड़ाइयां भी भरती हैं जीवन में रंग
अगर आप में छोटी-छोटी लड़ाईयां होती हैं तो इसका अर्थ यह नहीं है कि आप एक साथ जिंदगी नहीं गुजार सकते हैं। आजकल रिश्ते इतने कच्चे हो गए हैं कि कोई भी छोटी सी बात भी सहन नहीं करता है लेकिन इन्हीं छोटी छोटी लड़ाईयों में तो असल प्यार का रंग होता है। श्री कृष्ण भी तो राधा जी को कितना सताते थे।
7. त्याग भी जरूरी
आज के समय में सभी के लिए प्यार की परिभाषा है जिसके साथ प्यार किया उससे शादी करनी लेकिन कईं बार जिंदगी में ऐसी स्थिती बन जाती हैं कि चाहकर भी हम अपने प्रेमी से शादी नहीं कर पाते हैं ऐसे में त्याग की भावना भी जरूरी है। राधा और कृष्ण भी एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे लेकिन दोनों की शादी नहीं हो पाई ऐसे में इसका अर्थ ये तो नहीं कि आप जिंदगी में आगे न बड़ें। अगर आप सच्चा प्रेम करते हैं तो उसमें त्याग की भावना भी होनी चाहिए।
इसलिए ये जरूरी नहीं कि आपका मिलन हो...अगर आप में सच्चा प्रेम है तो आपकी आत्माओं का मिलन ज्यादा जरूरी है।