आजकल हमारे आस-पास लूट पाट के केस बहुत बढ़ गए हैं कभी किसी शहर से इसकी खतरनाक खबरें सामने आती हैं तो कभी हमारे आस-पास ही ऐसी घटनाएं हो जाती हैं। बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो लुटेरों का डट कर सामना करते हैं। हम साल 2021 में पहुंच गए हैं लेकिन साल 2020 में पंजाब के जालंधर में एक ऐसी ही घटना हुई थी जहां एक लड़की ने लुटेरों के इरादों को पूरा न होने दिया और उनका डटकर सामने किया।
अपनी बहादुरी से बटोरी थी सुर्खियों
शायद आपको याद आ गया होगा कि हम जालंधर की उस बहादुर बेटी कुसुम की बात कर रहे हैं जो मोबाइल स्नैचर वालों के सामने डटकर खड़ी हो गई थी और फोन लूटने वाले लुटेरें के साथ वह अकेली भिड़ गई थी।
वायरल हुई थी वीडियो
आपको बता दें कि इसकी एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी जिसके बाद कुसुम की बहादुरी की हर तरफ चर्चा हुई थी। वीडियो में साफ देखा गया था कि कैसे कुसुम आखिरी सांस तक अपना फोन नहीं छोड़ा और वह उन बदमाशों के साथ भिड़ी रही थी।
यह हुई थी घटना
दरअसल कुसुम ट्यूशन पढ़कर वापिस आ रही थी तो वहीं उस वक्त बाइक सवार 2 लुटेरे वहां पहुंचे। बाइक के पीछे बैठे युवक के हाथ में दातर थी और वह बाइक से उतरा और उसने कुसुम से मोबाइल छीन लिया।
युवकों के साथ भिड़ गई थी कुसुम
बहुत बार ऐसा देखा जाता है कि हम लुटेरों को देख लोग घबरा जाते हैं और उन्हें भागने देते हैं लेकिन कुसुम ने ऐसा नहीं किया और वह लुटेरों के साथ भिड़ गई। भिड़ने के समय एक लुटेरे ने तो कुसुम पर दातर के साथ हमला कर दिया था लेकिन खून से लथ पथ कुसुम की हिम्मत तब भी खत्म नहीं हुई। वह उनके साथ लड़ती रही। ऐसे में आस पास वाले लोग इकट्ठा हुए तो उन्हें पुलिस के हवाले किया गया।
राष्ट्रीय बाल वीरता पुरस्कार के लिए प्रस्तावित हुआ नाम
इस घटना के बाद हर किसी ने कुसुम की काफी तारीफ की। पंजाब के लोगों की तो इस खबर के बाद सीना ही चौड़ा हो गया। कुसुम की बहादुरी पर डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी और पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने भी काफी तारीफ की इतना ही नहीं कुसुम का नाम नाम राष्ट्रीय बाल वीरता पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया हुआ है।
सच में हम कुसुम की इस हिम्मत और बुलंद हौसले को सलाम करते हैं।