दक्षिण भारत के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक ओणम है। मुख्य रुप से ये 10 दिनों का पर्व होता है। इस साल इसकी शुरुआत 20 अगस्त को हुई थी और 31 अगस्त तक ये पर्व मनाया जा रहा है। ओणम के पहले दिन को अथम और 10वें दिन को थिरुवोणम कहते हैं। ओणम के मौके पर दक्षिण भारत, विशेषकर केरल में उत्सव सा माहौल होता है। ओणम का पर्व मनाने वाले लोग घर के आंगन में रंगोली बनाते हैं और पूजा करते हैं। खास पकवान बनते हैं। ऐसे में अगर आप ओणम के मौके पर केरल जा रहे हैं तो इस पर्व का भी हिस्सा बन सकते हैं। इस बीच आप केरल की खास जगहों को घूम सकते हैं और इस त्योहार का मजा ले सकते हैं....
त्रिपुनिथुरा
केरल में घूमने के शीर्ष स्थानों में से एक त्रिपुनीथुरा है। एर्नाकुलम जिले में स्थित ये खूबसूरत शहर ओणम के दौरान सांस्कृतिक उत्सव का केंद्र बन जाता है। यहां ओणम में उत्सव का आयोजन होता है, जिसे अथाचमायम कहते हैं। यहां पहुंचने के लिए 34 किलोमीटर दूरी पर कोचीन हवाई अड्डा है और महज ढाई किलोमीटर दूर त्रिपुनीथुरा रेलवे स्टेशन है।
थ्रिक्कारा मंदिर
एर्नाकुलम में ही त्रिक्कारा मंदिर मौजूद है, जहां ओणम पर विशेष समारोह का आयोजन होता है। ओणम के दौरान इस मंदिर की यात्रा केरल की समृद्ध सांस्कृतिकता के साथ ही आध्यात्मिक यात्रा का भी अनुभव कराती है। ये मंदिर भगवान विष्णु के वामन अवतार को समर्पित है। मान्यता है कि ओणम पर्व की शुरुआत भी इसी स्थान से हुई है। थ्रिक्कारा मंदिर पहुंचने के लिए एर्नाकुलम टाउन रेलवे स्टेशन लगभग 9 किमी दूर है।
त्रिशूर
केरल के सांस्कृतिक राजधानी के रुप में मशहूर त्रिशूर में ओणम का त्योहार बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है। यहां पहुंचकर स्वराज राउंड की यात्रा जरूर करें और ओणम के मौके पर पुलिकाली यानी टाइगर डांस का भी मजा ले सकते हैं। इस स्थान पर ओणम उत्सव मनाने जाना चाहते हैं तो सबसे करीब रेलवे स्टेशन महज ढाई किमी की दूरी पर है।