22 NOVFRIDAY2024 1:35:58 AM
Nari

9 साल की बच्ची बजाती रही पियानो, डॉक्टरों ने बिना दर्द और ब्रेन को नुकसान पहुंचाए निकाला ट्यूमर

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 15 Dec, 2020 04:58 PM
9 साल की बच्ची बजाती रही पियानो, डॉक्टरों ने बिना दर्द और ब्रेन को नुकसान पहुंचाए निकाला ट्यूमर

सर्जरी का नाम सुनकर तो बड़ों बड़ों के पसीने छूट जाते हैं, खासकर तब जब ऑपरेशन के दौरान मरीज होश में हो। मगर, ग्वालियर में डॉक्टरों की एक टीम ने ऐसा अनोखा कारनामा कर दिखाया है, जिसे सुन हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है। दरअसल, ग्वालियर में डॉक्टरों ने एक बच्ची की ब्रेन सर्जरी की वो भी उन्हें होश में रखकर। यही नहीं, बच्ची को दर्द तक का भी एहसास नहीं हुआ।

2 साल से ट्यूमर से जूझ रही थी सौम्या

दरअसल, ग्वालियर में 9 साल की सौम्या ब्रेन ट्यूमर की जानलेवा बीमारी से जूझ रही थी, जिसके चलते उसका ऑपरेशन करना बहुत जरूरी हो गया था। उसे मिर्गी के दौरे आते थे। डॉक्टरों ने ऑपरेशन नई तकनीक अवेक क्रेनियोटोमी से लड़की की सर्जरी की, जिसके लिए उसका जागना जरूरी था।

PunjabKesari

डॉक्टरों ने बिना दर्द और ब्रेन को नुकसान पहुंचाए निकाला ट्यूमर

ऐसे में ग्वालियर, बिड़ला अस्पताल के डॉक्टर सौरभ गुप्ता, अभिषेक चौहान और विनोद सेंगर की टीम ने बच्ची को ऑपरेशन रूम में पियानो बजाने को कहा। सौम्या पूरे होश में इलेक्ट्रॉनिक पियानो बजाती रही और डॉक्टरों ने उसके सिर की हड्डी में छेद करके ट्यूमर निकाल दिया। हैरानी की बात तो यह है कि इस दौरान बच्ची को दर्द का भी अहसास नहीं हुआ। ग्वालियर में इस तरह का यह पहला ऑपरेशन है।

PunjabKesari

ऑपरेशन रूम में पियानो बजाती रही बच्ची

खबरों के मुताबिक, बच्ची की उम्र कम होने की वजह से ओपन सर्जरी का जोखिम ज्यादा था। बच्ची के शरीर को लकवा मार गया था इसलिए परिवार वाले भी परेशान थे। ऐसे में ऑपरेशन करने के लिए मरीज के उस हिस्से को सुन्न कर दिया गया था।

PunjabKesari

डॉक्टर कर रहे थे लगातार बात

ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर बच्ची से लगातार बात कर रहे थे, जिसके बाद डॉक्टरों ने ब्रेन को बिना नुकसान पहुंचाए ट्यूमर निकाल दिया। आखिरकार सौम्या का ऑपरेशन सफल रहा । खबरों के मुताबिक, रिकवरी के बाद बच्ची को जल्द ही डिस्चार्ज मिल जाएगा।

PunjabKesari

क्या है अवेक क्रेनियोटोमी तकनीक?

अवेक ब्रेन सर्जरी यानि अवेक क्रानियोटॉमी तकनीक के जरिए ब्रेन से ट्यूमर निकाला जाता है लेकिन इससे ऑपरेशन तभी किया जाता है जब व्यक्ति जाग रहा हो। इस सर्जरी का उपयोग कुछ मस्तिष्क (न्यूरोलॉजिकल) स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है, जिसमें कुछ मस्तिष्क ट्यूमर या मिर्गी के दौरे भी शामिल हैं।

PunjabKesari

Related News