
नारी डेस्क: शो पर कथित तौर पर विवादास्पद और आपत्तिजनक टिप्पणियों की एक श्रृंखला के बाद यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया, सोशल मीडिया प्रभावित अपूर्व मखीजा, कॉमेडियन समय रैना और शो 'इंडियाज गॉट लैटेंट' के आयोजकों के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज की गई है। मुंबई कमिश्नर और महाराष्ट्र महिला आयोग ने आरोप लगाया है कि शो में अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया था। शिकायतकर्ता ने आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। बता दें, पीएम मोदी ने रणवीर को कंटेंट क्रिएटर सम्मान भी दिया था।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब 'इंडियाज गॉट लेटेंट' के यूट्यूब एपिसोड के दौरान अल्लाहबादिया ने शो में एक कंटेस्टेंट से पूछा, 'क्या आप अपने पेरेंट्स को पूरी जिंदगी में हर दिन इंटीमेट होते हुए देखना चाहोगे या फिर आप एक बार उन्हें ज्वॉइन करना चाहोगे? लिरिसिस्ट नीलेश ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से रणवीर के कमेंट की वीडियो पोस्ट कर लंबा-चौड़ा नोट लिख। उन्होंने कहा- बोलने की आजादी के नाम पर मेकर्स कुछ भी कहते हैं और बच जाते हैं। आखिर में एक बार फिर आप उन कंटेंट क्रिएटर्स से मिलिए जो देश की क्रिएटिव इकोनॉमी को नया आकार दे रहे हैं। अब इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर भडास निकाली।

एक यूजर ने लिखा- ये सवाल अपने पापा से पूछना. या फिर अपनी पार्टनर को उसके पापा से पूछने के लिए बोलना. शर्म आनी चाहिए. हमारे दिल में जो भी आपके लिए था वो सब आपने खो दिया। मुझे लगा था कि जिसे मैंने सब्सक्राइब किया है वो अच्छा इंसान है लेकिन ये तो खराब निकल गया। कुछ यूजर्स ने उन्हें बायकॉट करने की मांग की है और उनके पॉडकास्ट न देखने के लिए कहा है। अब दर्ज की गई शिकायत में आयोजकों और प्रतिभागियों पर ऑनलाइन प्रसारण के माध्यम से लोकप्रियता और वित्तीय लाभ प्राप्त करने के इरादे से म जानबूझकर अश्लील टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है।

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "मुझे इस बारे में पता चला है। मैंने अभी तक इसे नहीं देखा है। चीजों को गलत तरीके से कहा और पेश किया गया है। सभी को बोलने की स्वतंत्रता है, लेकिन हमारी स्वतंत्रता तब समाप्त हो जाती है जब हम दूसरों की स्वतंत्रता का अतिक्रमण करते हैं। हमारे समाज में हमने कुछ नियम बनाए हैं, अगर कोई उनका उल्लंघन करता है, तो यह बिल्कुल गलत है और उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" पूर्व राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) प्रमुख और राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने भी टिप्पणी पर अपना आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा- "वीडियो बहुत ही चौंकाने वाला है और मुझे लगता है कि चाहे महिला हो या पुरुष, इस तरह का मजाक समाज द्वारा कभी स्वीकार नहीं किया जाता है। शिवसेना ने अपने प्रवक्ता राजू वागामारे के माध्यम से भी शो में की गई टिप्पणियों की निंदा की। प्रवक्ता ने निर्माताओं को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, "शिवाजी महाराज की विरासत के तहत महाराष्ट्र राज्य में इस तरह की भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।