एक तरफ कोरोना के मामलों में कमी देखने को मिल रही है। कोरोना के मामलों की इस कमी से हम जीत की ओर तो बढ़ रहे हैं लेकिन कुछ ऐसे अजीब मामले भी सामने आ रहे हैं। अभी तक जितने भी शोध हुए हैं उनमें यही बात सामने आई है कि कोरोना का असर 14 दिनों के बाद कम हो जाता है और इसके बाद कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव आ जाती है लेकिन हाल ही में एक ऐसा अजीब मामला सामने आया है जिसे देख हर कोई हैरान है।
5 महीनों में 32 बार कोरोना पॉजिटिव पाई गईं महिला
दरअसल राजस्थान के भरतपुर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक महिला 5 महीनों में 32 बार कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। इस मामले को देखकर डॉक्टर्स भी हैरान हैं कि एक ही महिला पिछले 5 महीनों में 32 बार कोरोना पॉजिटिव कैसे आ सकती है।
अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इतनी बार कोरोना पॉजिटिव आना किसी जोखिम को न्योता तो नहीं दे रहा?
इस पर डॉक्टर्स की मानें तो हालांकि अब उस महिला में किसी भी प्रकार का लक्षण नहीं लेकिन उसका बजन जरूर बढ़ गया है। डॉक्टर्स की मानें तो महिला को अभी जांच की भी जरूरत नहीं है।
क्यों बार-बार पॉजिटिव आता है इंसान?
इस पर डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसी स्थिती में ज्यादातर डेड वायरस एलीमेंट्री कैनाल में कहीं अटक जाता है जिसकी वजह से इंसान लगातार पॉजिटिव आता रहता है। इसलिए उस महिला की जब भी जांच की जा रही है तो वह बार-बार संक्रमित पाई जा रही है।
क्या महिला से किसी और को खतरा है?
वहीं अब लोगों के मन में एक यह सवाल भी आ रहा होगा कि अगर एक इंसान बार-बार कोरोना पॉजिटिव पाया जाए तो क्या उससे बाकी लोगों को खतरा है या फिर ऐसी स्थिती में क्या करना चाहिए। इस पर डॉक्टर्स की मानें तो उस महिला का वायरस किसी को संक्रमित नहीं कर सकता है।
कोरोना संक्रमण में महिला का बढ़ा वजन क्या खतरे की घंटी?
इस मामले में एक यह बात सामने आई है कि उस महिला में कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं लेकिन महिला का वजन बढ़ गया है तो यह कितना सही और कितना गलत है? इस पर डॉक्टर्स की मानें तो महिला बार-बार संक्रमित पाई जा रही है। इस दौरान उसका 8 किलो वजन भी बढ़ गया है और यह इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि वह अब ठीक है।
10 दिन बाद कोरोना के लक्षण नहीं दिखे तो मानी जाती है रिकवरी
वहीं इस पर डॉक्टर्स का कहना यह भी है कि उन्हें केंद्र सराकर की तरफ से मिली गाइड लाइन के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति में 10 दिन तक कोरोना के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं लेकिन फिर भी वह पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे रिकवरी स्टेज माना जाता है। यह भी कहा जा रहा है कि कोरोना की लाइफ साइकिल 28 दिन से ज्यादा नहीं होती। इसके बाद वायरस डेड हो जाता है।
हालांकि डॉक्टर्स महिला का इलाज कर रहे हैं।