वैसे तो शिव जी बहुत जल्द ही अपने भक्तों की भक्ती से प्रसन्न हो जाते हैं। ये ही वजह है की उन्हें भोले बोला जाता है, पर वो जितने भोले उतना ही उन्हें गुस्सा आता है। कहते हैं शिव जी को एक बार गुस्सा आ जाए तो फिर उनका गुस्सा काबू में कर पाना ब्रह्मांड में किसी के भी बस में नहीं। धार्मिक मान्यता है कि जिस दिन क्रोध में आकर शिव जी की तीसरी आंख खुल गई उस दिन समस्त संसार का विनाश हो जाएगा, लेकिन क्या आप जानते हैं शिव को इतना क्रोध क्यों आता है। आइए जानें क्यों आता है शिव जी को गुस्सा...
शिव पुराण में कुछ ऐसी बातों बताए गई हैं, जिससे शिव जी को बहुत गुस्सा आता है।
- शिव पुराण के अनुसार जो व्यक्ति दूसरी के पति या पत्नी पर बुरी नजर रखते हैं। वह पाप के भागी होते हैं। ऐसे में अपराधियों को शिव जी के गुस्से का सामना करना पड़ता है।
- दान गी गई वास्तु को वापस लेने पर शिव जी को बहुत गुस्सा आता है। धर्म का अपमान करने वालों को भी शिव जी कभी बख्शते नहीं है।
- दूसरों के धन, संपत्ति को हड़पने वाले को शिव जी कभी माफ नहीं करते। बुरे काम के लिए मंदिर से चोरी करना, नादान और निरपराध को कष्ट पहुंचाना भी पाप की श्रेणी में रखा गया है।
- प्रेग्नेंट महिलाओं, पूर्वजों और माता- पिता को कटु वचन बोलना, मान- सम्मान को ठेस पहुंचाना शिव पुराण में अक्षम्य अपराध माना गया है। ऐसा काम करने वाले शिव के क्रोध से नहीं बच सकते।