पति-पत्नी में अनबन होना कोई बड़ी बात नहीं है। कई बार देखने को मिलता है कि अगर गलती पुरुषों की हो तो महिलाएं उन्हें माफ कर देती हैं। बात अगर छोटी हो तो पति को माफ करने में कोई बुराई भी नहीं लेकिन हर बार ऐसा कर आप उनकी हिम्मत को बढ़ावा दे रही हैं। मगर, हम यहां आपको यह बताने जा रहे हैं कि लड़ाई में औरतें बाजी क्यों हार जाती है और अपने पति को आसानी से माफ कर देती हैं...
भावनात्मक स्वभाव
महिलाएं बेहद ही कोमल मन की होती है। ऐसे में वे किसी भी बात को दिल से लगा कर जल्दी ही भावुक हो जाती है। इसी कारण वे अपनी शादीशुदा जिंदगी को बचाने के लिए किसी भी बहस को बढ़ाने की जगह पति को माफ कर देती है।
बहस करने में कमजोर
अक्सर पति अपनी बातों को हमेशा ऊपर रखते है। वह निरंतर बहस कर खुद को सही जताने की कोशिश करते है। मगर पत्नी इसतरह तर्क-वितर्क देने में इतनी सक्षम नहीं होती है। ऐसे में वह लड़ने की जगह चुप रह जाती हैं।
खुद को समझती हैं गलत
बहुत सी महिलाएं हर चीज के लिए खुद को जिम्मेदार मानती है। आपमें से भी बहुत सी पत्नियों की यहीं समस्या होगी। मगर ऐसा सोचना बहुत गलत है। बात चाहे जो भी हमेशा दोनों पति-पत्नी को एक-साथ बैठकर उसका हल निकालना चाहिए।
पति के गुस्सा का डर
पुरूष स्वभाव से थोड़े गुस्से वाले होते है। ऐसे में बहुत सी महिलाएं उनके इस स्वभाव के कारण किसी भी चीज को लेकर अपना निर्णय नहीं ले पाती है। वे अपने पति के गुस्से के डर से हमेशा खुद की इच्छाओं और भावनाओं को भी दबा लेती है।
रिश्ता टूटने का डर
बात अगर हद से ज्यादा बढ़ जाएं तो रिश्ता टूटने में समय नहीं लगता है। ऐसे में पत्नियों को हमेशा इस बात की हमेशा चिंता रहती है कि कहीं उसका पार्टनर उससे नाराज न हो जाएं। ऐसे में वह सही होते हुए भी बहुत बार बहस न करने की कोशिश करती है। इसलिए वे अपने रिश्ते को संभाले रखने के लिए अपनी पति के नीचे झुकी रहती है।
खुद पर नियंत्रण खोना
ऐसे में अपना नियंत्रण खोने से वे सही या गलत की पहचान नहीं कर पाती है। साथ ही सही होते हुए भी अपना तर्क ठीक से रख नहीं पाते है।