बॉलीवुड की जानी मानी स्टार और काजोल की मां अपने जमाने में एक बिंदास एक्ट्रेस थी वे अपने काम के लिए हमेशा से लोगों के दिलों पर राज करती आईं हैं। तनुजा एक ऐसी एक्ट्रेस थी जो मस्त मौला और चुलबुली थी लेकिन सेट पर कईं बार इसके कारण दूसरों को परेशानी होती थी उनसे जुड़ा एक किस्सा भी है जो शायद बहुत कम लोगों को पता है... एक बार उनकी इसी चुलबुली नेचर की वजह से परेशान होकर डायरेक्टर ने उनके थप्पड़ जड़ दिया था।..
दरअसल ये किस्सा है फिल्म ' हमारी याद आएगी' का.. जब शूटिंग के दौरान तनुजा की हरकतों से परेशान होकर डायरेक्टर केदार शर्मा ने उन्हें जोरदार थप्पड़ मार दिया था... हुआ यूं था कि शूटिंग के समय तनुजा को राज कपूर के सामने रोना था लेकिन कई बार री टेक लेने के बाद भी तनुजा रोने वाला सीन नहीं कर पा रही थी.... वे बस सेट पर मस्ती ही करती रहती और काम को सीरियस न लेने की वजह से केदार शर्मा को बहुत गुस्सा आया क्योंकि उन्हें सेट पर ऐसा माहौल बिल्कुल पंसद नहीं था। पहले तो केदार शर्मा ने तनुजा की हरकतों को देखा उसे नोट किया...फिर उन्होंने तनुजा को प्यार से समझाने की कोशिश की लेकिन वे थी मानी ही नहीं क्योंकि उनके सर पर हमेशा से स्टारडम सवार था।
इसमें कोई शक नहीं कि तनुजा उस समय अच्छा काम कर रही थी और इसी वजह से उनके सिर पर स्टारडम सवार था और तो और जब केदार शर्मा उन्हें समझाने आए तो तनुजा ने साफ कह दिया कि..., 'अभी उनका रोने का दिल नहीं है... इस सीन को फिर किसी दिन शूट करना..'
ये सुनते ही केदार आग बबूला हो गए और उन्होंने गुस्से में आकर तनुजा के मुंह पर चांटा मार दिया। उस समय तनुजा खुद को एक सुपरस्टार समझती थी और हर बार सेट पर नखरे करती रहती थी और एक स्टार फैमिली से ताल्लुक होने के कारण उन्हें कोई कुछ नहीं कहता था... हालांकि जब तनुजा की मां को इस बारे में पता लगा तो उन्होंने उन्हें सेट पर लेजा कर शूटिंग पूरी करने को कहा क्योंकि शायद तनुजा की मां भी जानती थी कि कहीं न कही़ उनकी बेटी की गलती है।
अब भई तनुजा के इस नखरीले और चुलबुले स्वभाव से सिर्फ डायरेक्टर ही नहीं बल्कि पूरी यूनिट तंग आ जाती थी लेकिन इस एक किस्से के बाद तनुजा में काफी बदलाव आया।
वहीं आपको बता दें कि तनुजा ने बतौर अपने करियर की शुरूआत फिल्म छबीली से की और बचपन में उन्हें बहुत लाड प्यार मिला इसी वजह से वे काफी फ्री सी हो गयी और वे उन एक्ट्रेस में थी जो बोल्ड और बिंदास थी लेकिन इसी चक्कर की वजह से उनका व्यवहार दूसरों को पंसद नहीं आता था।