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क्या है Bulky Uterus, बच्चेदानी से जुड़े इन संकेतों को न करें अनदेखा, रखिए ये जरूरी जानकारी

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 20 Aug, 2021 01:29 PM
क्या है Bulky Uterus, बच्चेदानी से जुड़े इन संकेतों को न करें अनदेखा, रखिए ये जरूरी जानकारी

महिला के शरीर में यूट्रस एक अहम हिस्सा माना जाता है क्योंकि यह अंग उसे मां बनने का सुख देता है लेकिन कई बार महिला को कंसीव करने में दिक्कत आती है जिसके पीछे की वजह बच्चेदानी की सूजन भी हो सकती है। महिला के गर्भाश्य का आकार वैसे तो बंद मुट्ठी और एक नाशपती के बराबर होता है लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान यह साइज बढ़ जाता है लेकिन कई बार प्रेग्नेंसी के अलावा भी इसमें सूजन आ जाती है जिसे भारी गर्भाश्य और अग्रेंजी में बल्की यूट्रस भी कहा जाता है, ऐसा होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं लेकिन उससे पहले सूजन होने के कुछ लक्षण आपको बताते हैं।

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बच्चेदानी में सूजन होगी तो 

पीरियड्स अनियमित होने लगेंगे

पेट के निचले हिस्से और पीठ में दर्द रहेगा

यूरिन पर कंट्रोल ना रहना या बार-बार आना

इंटरकोर्स के समय दर्द

पेट के निचले हिस्से में भारीपन

मुंहासे और कब्ज रहना इसके कारण हो सकते हैं। 

 

अब जानिए बच्चेदानी में सूजन के कारण क्या है 

जो महिलाएं ज्यादा टाइट कपड़े पहनती है, जिन्हें भूख ज्यादा लगती है, शरीरिक मेहनत कम करती हैं कब्ज और गैस रहती हैं उनकी बच्चेदानी में सूजन बनी रहती हैं। यूट्रस में छोटी गांठें, पीसीओएस, ओवेरियन सिस्ट के कारण बच्चेदानी में सूजन आने लगती हैं। पीसीओएस में हार्मोंन असंतुलित होने लगते हैं जिससे सिस्ट बनते हैं और यह सिस्ट सूजन करनी शुरू कर देते हैं। फाइब्रॉएड के कारण महिला की बच्चेदानी में सूजन आ सकती है और इस कारण से पेट के निचले हिस्से पर वजन बढ़ सकता है।

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अब जानिए इस सूजन का इलाज 

अगर फाइब्राइड्स के चलते सूजन है तो गाइनेकोलॉजिस्ट से संपर्क करें। वह आपकी समस्या के आधार पर आपके लिए उचित उपचार का सुझाव देंगे। दवाइयों से इसे ठीक किया जा सकता है लेकिन अगर समस्या अधिक है तो लैप्रोस्कोपिक सर्जरी का सहारा भी लिया जा सकता है। अपने लाइफस्टाइल को हैल्दी रखें क्योंकि अगर आपका वजन ज्यादा है तो यह समस्या हो सकती है। हैल्दी खाएं और योग एक्सरसाइज व सैर करें। बिना वर्कआउट के मांसपेशियों कमजोर हो जाती हैं ऐसे में सूजन आ जाती है। इसका खतरा उन महिलाओं को सबसे ज्यादा होता है जो साड़ी पहनती हैं और दिनभर एक जगह बैठी रहती हैं। ऐसे में गर्भाशय पर दबाव बनता है और सूजन आ जाती है।

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खाने में फल-सब्जियां अधिक लें। लिक्विड चीजों का सेवन अधिक करें। बच्चेदानी में सूजन की समस्या होने पर रोजाना फलों का जूस पीएं। रोजाना संतरे, गाजर, चकुंदर, टमाटर, सेब और पाइनएप्पल का जूस का 1 गिलास पीने से यह समस्या दूर हो जाएगी। पेट में कब्ज या गैस-एसिडिटी के चलते भी कई बार यूट्रस में सूजन आ जाती है। महिला को लगातार पेटदर्द व कमर दर्द की शिकायत रहती है। इससे बचने के लिए महिलाओं को मिर्च, मसाले वाले और तले-भुने और मीठी चीजों से परहेज करना चाहिए।

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