'शादी' सिर्फ शब्द नहीं है बल्कि यह तो जन्मों जन्मों का वादा है। दो परिवारों और दो आत्माओं का मेल होता है शादी। शादी में हर एक रस्म काफी मायने रखती हैं। एक तरफ जहां लोग लड़कियों का कन्यादान करते हैं तो वहीं अब यह रीत भी कहीं न कहीं खत्म होती जा रही है। हाल ही में एक्ट्रेस दीया मिर्जा दूसरी बार शादी के बंधन में बंधी हैं। दीया की शादी से लोगों को बहुत कुछ सीखने के लिए मिला है। एक तरफ महिला पंडित द्वारा शादी करवाना और दूसरा कन्यादान की रस्म न करना। मॉर्डन समय में यही रीत रिवाज नहीं बल्कि और भी बहुत सी चीजें हैं जो बदल गई हैं।
1. बदल गया लाल लंहगा पहनने का रिवाज
एक समय ऐसा हुआ करता था जब शादी पर सिर्फ लाल रंग के ही लंहगा पहना जाता था। इस बात में तो कोई संदेह नहीं कि लाल रंग सुहाग की निशानी होता है और इसे शुभ माना जाता है। लेकिन अब इस रिवाज में भी बदलाव आने लगा है। अब लाल रंग से ज्यादा पिंक, ग्रीन कलर के लंहगे लड़कियां पहनने लगी हैं।
2. कन्यादान न करने का रिवाज
आज भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो कन्यादान नहीं करते हैं। इसका कारण है कि लड़कियां कोई चीज नहीं होती हैं जिनका हम दान करें। हाल ही में दीया मिर्जा की शादी से भी लोगों को यही सीख मिली की लड़कियां कोई चीज नहीं हैं जिनका कन्यादान किया जाए। यह एक तरह से अच्छी बात भी है।
3. मंगलसूत्र पहनने का रिवाज
बहुत सालों पहले यह भी रिवाज हुआ करता था कि लड़कियां शादी के बाद मंगलसूत्र जरूर पहनती थीं। हालांकि वह आज भी पहनती हैं लेकिन अब मंगलसूत्र पहनने का तरीका बदल गया है। लड़कियां अब गले में मंगलसूत्र पहनने की बजाए ब्रेसलेट पहनना भी पंसद करती हैं।
4. शादी से पहले लड़का लड़की का न मिलना
अक्सर आज भी कईं शादियों में ऐसा देखा गया है कि शादी से पहले लड़की और लड़का एक दूसरे से मिलना बंद कर देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लोग इसे शुभ नहीं मानते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं है अब तो हल्दी की रस्म भी लड़का और लड़की एक साथ करते हैं। ऐसे में यह रस्म का रूप भी बदलता जा रहा है।
5. खुद जीवनसाथी चुनना
एक ऐसा समय भी हुआ करता था जब लड़का और लड़की को अपनी मन पसंद से शादी करने को गलत माना जाता था। खासकर लड़कियों के लिए। लेकिन अब तो लड़का और लड़की खुद की ही पसंद से लाइफ पार्टनर ढूंढते हैं।
6. डिजीटल हो गई कार्ड भेजने की रस्म
इस बात में तो कोई शक नहीं है कि कोरोना काल में हम लोगों ने डिजीटल लाइफस्टाइल को एक अहम हिस्सा बना लिया है। घरों पर कार्ड भेजने की जगह अब लोग मेल या फिर वॉट्सऐप के जरिए ही अपनों को कार्ड सेंड कर देते हैं।
7. महिला पंडित करवा रहीं शादियां
हमारे हिंदू धर्म में यह सारे काम आपने एक पुरूष पंडित के हाथों होते ही देखे होंगे लेकिन अब समय बदल रहा है और पुरूष पंडितों की जगह अब महिला पंडित शादियां करवा रही हैं। कहीं न कहीं यह भी बदलाव भरा कदम है। हाल ही मंें दीया मिर्जा की शादी का उदाहर आपके सामने है।
8. शादी से पहले लड़के के घर न जाना
कईं जगहों पर आज भी ऐसा होता है कि लड़की को लड़का का घर शादी के पहले नहीं दिखाया जाता है या फिर यूं कहिए कि लड़के के घर लड़की एक ही बार शादी के समय जाती है। लेकिन आज कल लड़का और लड़की एक दूसरे को पहले से ही जानते होते हैं ऐसे में घर में आना जाना तो लगा ही रहता है।