भगवान शिव को देवों के देव कहा जाता है। शिवजी बहुत ही जल्दी अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाते हैं। भगवान शिव-पार्वती के साथ गणपत्ति और कार्तिकेय भगवान की पूजा करने से धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं। वास्तु मान्यताओं के अनुसार, जिस घर में शिव परिवार की प्रतिमा या चित्र होता है उस घर में वास्तु दोष नहीं रहता। उत्तर दिशा भगवान शिव की प्रिय दिशा है और इसी दिशा में भगवान शिव का निवास स्थल यानी की कैलाश पर्वत है। घर में भी शिव की प्रतिमा लगाने के लिए उत्तर दिशा का ही चुनाव करना चाहिए। इस दिशा में तस्वीर लगाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो चलिए आपको बताते हैं कि किस कामना के लिए किस तरह का चित्र लगाना चाहिए.....
रोग होंगे दूर
यदि आपके परिवार में कोई व्यक्ति किसी तरह के रोग से जूझ रहा है तो घर में भगवान शिव का ऐसा चित्र लगाएं जिसमें वह अष्टांग मुद्रा में हो। अष्टांग मुद्रा यानी ऐसी मुद्रा जहां पर शिवजी एक टांग में खड़े हो और त्रिनेत्र के साथ उनके चार हाथों में डमरु और त्रिशूल भी हों। शिवजी के ऐसे स्वरुप का चित्र उत्तर दिशा में लगाना शुभ माना गया है।
दांपत्य जीवन बनेगा सुखी
यदि आप चाहते हैं कि आपकी शादीशुदा जिंदगी खुशहाल बने तो घर में भगवान शिव और मां पार्वती की ऐसी प्रतिमा या तस्वीर लगाएं जिसमें वह प्रसन्न मुद्रा में बैल पर बैठे हों। साथ ही अर्धनारीश्वर रुप की पूजा करने से भी वैवाहिक जीवन सुखी रहता है।
जीवन में मिलेगा हर सुख
भगवान शंकर जिस तस्वीर में देवी पार्वती के साथ नृत्य करते दिख रहे हों। ऐसा चित्र घर में लगाने से मनुष्य के जीवन से सारी परेशानियां दूर होती हैं।
मिलेगा ज्ञान और विद्या का आशीर्वाद
विद्यार्थियों को अपनी स्टडी रुम की उत्तर दिशा में भगवान शिव की उपदेश देने वाली प्रतिमा या तस्वीर लगानी चाहिए। भगवान के इस स्वरुप की पूजा से ज्ञान और विद्या का आशीर्वाद मिलता है।
मानसिक शांति के लिए
यदि आप बहुत ज्यादा तनाव में रहते हैं या मन अशांत रहता है तो इस समस्या को दूर करने के लिए भगवान शिव के ऐसे चित्र की तस्वीर उत्तर दिशा में लगाएं जिसमें शिवजी ध्यान मुद्रा में हों, शीश पर चंद्रमा और जटाओं में से गंगा बह रही हो।
मान-सम्मान और प्रतिष्ठा के लिए
यदि आप मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बनाए रखना चाहते हैं तो शिवजी की उस प्रतिमा या तस्वीर की पूजा करें जिसमें वह नंदी, देवी पार्वती और समस्त गणों के साथ हों।
इस बात का रखें ध्यान
शिवजी की पूजा आराधना में पवित्रता का ध्यान रखना जरुरी है। भूलकर भी शिवजी की प्रतिमा या चित्र को दंपत्ति के बेडरुम में नहीं लगाना चाहिए। इसके अलावा सीढ़ियों के नीचे, किचन या किसी अपवित्र जगह पर भी इनका चित्र नहीं लगाना चाहिए इससे जीवन में अशुभ परिणाम मिल सकते हैं। शिवजी के क्रोधित स्वरुप को घर में रखने से बचना चाहिए। महादेव का क्रोधित तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। महादेव के क्रोधित स्वरुप रखने से घर में अशांति बढ़ सकती है। जिस फोटो में शिवजी तांडव कर रहे हैं वह फोटो भी घर में नहीं रखनी चाहिए।