एक्ट्रेस श्रीजिता डे आज अपना जन्मदिन मना रही हैं। वो एक्ट्रेस टीना दत्ता की cousin हैं। बिग-बॉस 16 में दोनों एक साथ नजर आईं थी, जहां में दोनों के रिश्तों में काफी कड़वाहट देखने को मिली थी। वहीं एक्ट्रेस श्रीजिता ने घर से बाहर आकर कहा था की टीना गंदे गेम खेल रही है। हाल ही में श्रीजिता शादी के बंधन में भी बंधी, लेकिन उन्होंने टीना को बुलाना जरूरी नहीं समझा। साफ है कि दोनों में वैसा प्यार है नहीं जो बहनों में होना चाहिए। घर पर सिबलिंग्स हों, तो झगड़े को होते ही हैं। लेकिन अगर आप अपनी बहन की बातें चुभती हैं या उससे नहीं बनती है, तो उनसे दूर होने के बजाए इन टिप्स से करें रिश्तों की डोर मजबूत...
एक दूसरे की बेस्ट फ्रेंड बन जाएं
एक दूसरे के साथ आप दोनों सबसे ज़्यादा वक्त बिताती हैं। मेकअप टिप्स से लेकर ड्रेसिंग स्टाइल तक जब दूसरे से शेयर करने में नहीं हिचकती हैं, तो अपने सीक्रेट्स शेयर करने से भी पीछे न हटें। आप दोनों जानती हैं कि एक ही जेनेरेशन से होने की वजह से आप दोनों की इच्छाएं और सपने काफी हद तक एक जैसे होंगे। जब आप बहन से सपने और ज़िंदगी को लेकर खुलकर बातें करने लगेंगी, तो यकीन मानिए आप दोनों के रिश्ते बेहतर होंगे।
बहन की हॉबी में दिखाएं रूचि
आपसी रिश्ते बेहतर करने के लिए एक-दूसरे की पसंद-नापसंद को जानना बेहद ज़रूरी है। आप अगर अपनी बहन से अपने रिश्ते बेहतर करना चाहती हैं, तो उसकी हॉबी को जानना,समझना और सीखना शुरू कर दें। फिर चाहे वो सिंगिंग, डांसिंग, योग, कुकिंग या फिर आर्ट ही क्यों न हो। इससे आप दोनों के बीच एक मज़बूती कायम होगी।
बहन के सपनों के लिए आवाज़ उठाएं
सपने पूरे होंगे कि नहीं इस बात से अनजान होने के बावजूद हर आंखें सपना देखती ही है। अगर आप भी अपनी बहन के ऐसे किसी सपने को जानती हैं, तो उसे पूरा करने के लिए उसका साथ दें। बहन को भरोसा दिलाएं कि उसका सपना ज़रूर पूरा होगा और आप उसके साथ हैं। यह सपना किसी कोर्स को करने या सोलो ट्रिप पर जाने जैसा भी हो सकता है। पैरेंट्स से अपनी बहन के सपनों को पूरा करने की बात शेयर करें।
बनाए रहें प्यार और सम्मान की भावना
बहनों में चाहे कितनी भी बहस और लड़ाई क्यों न हो, एक-दूसरे का सम्मान करना न छोड़ें। बड़ी से बड़ी लड़ाई और शिकायत इस बात पर खत्म की जा सकती है कि सामने वाला शख़्स आपका सम्मान करता है। इसलिए बहन के साथ अपने रिश्ते में प्यार और सम्मान हमेशा बनाए रखें। आप बड़ी बहन हो या छोटी, एक दूसरे को सम्मान देने की आदत कभी न छोड़ें।