आजकल ज्यादातर पेरेंट्स वर्किंग होते हैं इसके कारण वह बच्चों के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाते। बिजी शैड्यूल के कारण बचपन से ही पेरेंट्स बच्चों के हाथ में मोबाइल फोन दे देते हैं परंतु कुछ समय के बाद बच्चों को इसकी लत ही लग जाती है और वह हर समय सिर्फ मोबाइल में बिजी रहते हैं। कुछ बच्चे तो मोबाइल के इतने आदि हो जाते हैं कि फोन देखकर ही खाना खाते हैं। इसके अलावा कई बार बच्चे मोबाइल में कुछ ऐसे कंटेंट भी देखने लगते हैं जिसका उनपर गलत असर हो सकता है। ऐसे में जब पेरेंट्स जब बच्चों से मोबाइल छिनते हैं तो वह चिड़चिड़े से हो जाते हैं। आपकी परेशानी दूर करते हुए इस आर्टिकल के जरिए आपको कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं जिनसे आप बच्चों में मोबाइल की लत छुड़वा सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।
आउटडोर एक्टिविटीज करवाएं
बच्चों को मोबाइल पर गेम्स खेलना बहुत अच्छा लगता है। मोबाइल पर गेम्स खेलने के चलते वह न कुछ ढंग से खाते हैं और न ही उनका मन पढ़ाई में लगता है ऐसे में लंबे समय तक गेम्स खेलने के कारण बच्चों की नजर भी कमजोर होने लगती है। बच्चों की यह लत छुड़वाने के लिए आफ उन्हें आउटडोर गेम्स और एक्टिविटीज में व्यस्त रखें। बच्चों के साथ फ्री समय में आप गार्डनिंग कर सकते हैं। इसके अलावा उन्हें साइकिल चलाना सिखाएं और रोजाना कम से कम 15-30 मिनट के लिए उन्हें साइकिल चलाने के लिए कहें। बच्चों को क्रिकेट, बैडमिंटन और अन्य गेम्स खेलने के लिए भी आप मोटिवेट कर सकते हैं।
बचपन से ही रखें फोन दूर
बच्चों को कम उम्र में फोन न खरीदकर दें। यदि बच्चे मोबाइल इस्तेमाल करते भी हैं तो एक समय रखें। यदि वह मोबाइल मांगते हैं तो उन्हें प्यार से मना करें और उनके साथ समय बिताएं ताकि वह व्यस्त रह सकें और मोबाइल पर ज्यादा समय न बिताएं।
बच्चों को दे कोई टास्क
वर्किंग पेरेंट्स होने पर आप बच्चों को कोई ऐसा टास्क दें जिससे वह पूरा हफ्ता उसमें व्यस्त रहे। नई-नई एक्टिविटी में आप बच्चों को व्यस्त रख सकते हैं। बच्चे जितना व्यस्त रहेंगे वह उतना ही फोन से दूर रहेंगे। वहीं दूसरी ओर यदि आप बच्चों को डांटकर फोन से अलग करते हैं तो वह चिड़चिड़े हो जाएंगे।
वीकेंड्स पर बिताएं समय
वर्किंग होने के कारण पेरेंट्स बच्चों के साथ समय नहीं बिता पाते ऐसे में कोशिश करें कि जिस दिन आप फ्री हों अपना ज्यादा से ज्यादा समय बच्चों को दें। उनके साथ क्वालिटी टाइम स्पैंड करें। बच्चों के साथ गेम्स खेलें और किसी न किसी एक्टिविटी में बच्चों को व्यस्त रखें। यदि बच्चों व्यस्त रहेंगे तो वह खुद ही मोबाइल से दूर होने लगेंगे।