राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की जोरों-शोरों से तैयारियां चल रही हैं। पूरे देश में एक अलग ही उत्साह का माहौल है। लोग अयोध्या नगरी राम लल्ला के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। साज-सजावट भी लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रही है। गुजरात से 108 फीट ऊंची अगरबत्ती अयोध्या ले जाई गई हैं जो महीनों तक अपनी सुगंध देगी। वहीं राम नाम के पत्थर पानी में नहीं डूबते। आपने रामायण में देखा भी होगा लेकिन असल में ऐसे पत्थर भी लेकर एक ग्रुप अयोध्या पहुंचा है।
पानी में नहीं डूबती यह रामशिला
पंजाबी केसरी को दिए इंटरव्यू में रामशीला ग्रुप ने बताया कि वह लोग झांसी से आए हैं। इस पत्थर की मान्यता रामसेतु से है और इस पर राम लिखा है। एक तरीके से उन्होंने इस पत्थर को रामसेतु पत्थर बताया है जिसे रामेश्वरम से लाया गया है। जहां अपने वजन को लेकर पत्थर पानी में डूब जाते हैं लेकिन ये राम नाम के पत्थर पानी में डूबते नहीं और तैरते रहते हैं।
सरयू नदी के पास रखेंगे पत्थर
ग्रुप ने बताया कि यह पत्थर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद मंदिर में स्थापित करेंगे। इस पत्थर को सरयू नदी के किनारे राम मंदिर में रखा जाएगा।