इन दिनों बड़े और मोटे होंठों का चलन है। होंठों के आकार से ही महिलाओं की खूबसूरती को मापा जाता है, मतलब जितने बड़े होंठ, उतनी ही खूबसूरत महिला। सेलिब्रिटीज से लेकर आम महिलाओं तक में इसका क्रेज देखने को मिल रहा है। जिनके होंठ बड़े नहीं है, वो इसके लिए खास ट्रीटमेंट ले रही हैं। इसे बोटॉक्स या लिप इंजेक्शन के नाम से भी जाना जाता है। इसमें होंठों में न्यूरो टॉक्सिन बोटॉक्स को इंजेक्ट किया जाता है। लेकिन ये प्रक्रिया इतनी सुरक्षित है? क्या इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी हैं? ये सवाल कई सारी महिलाओं के दिमाग में होंगे जो ये ट्रीटमेंट लेना चाहती हैं, तो चलिए हम आपको बताते हैं इसके बारे में।
क्या है लिप फ्लिप?
एक्सपर्ट्स की मानें तो लिप-फ्लिप फुलर लिप्स पाने का एक नॉन सर्जिकल तरीका है, जिसमें व्यक्ति के ऊपरी होंठ में बोटॉक्स इंजेक्ट कर दिया जाता है। इससे आप के बड़े होंठ होने का एक भ्रम (Illusion) मिलता है। ये होंठ के ऊपर की मसल्स को रिलैक्स करता है। इससे ऊपर की ओर फिल्प हो जाता है। असल में इससे सच में होंठ बड़े नहीं होते हैं, बस भ्रम होता है।जिन लोगों के मुस्कुराते समय उनके मसूड़े दिखने लगते हैं उन्हें इस प्रक्रिया से लाभ मिल सकता है।
लिप फ्लिप या डर्मल फिलर्स में से क्या है बेस्ट
- डर्मल फिलर्स ऐसे जेल होते हैं, जो डॉक्टर स्किन की वॉल्यूम, स्मूद लाइंस, झुर्रियां आदी रीस्टोर करने के लिए इंजेक्ट करते हैं। ये भी ऐसे इंजेक्शन होते हैं, जो नॉन सर्जरी मेथड से लगाए जाते हैं।
- डर्मल फिलर सबसे ज्यादा पॉपुलर प्रक्रिया है हाइल्यूरोनिक एसिड। ये एसिड शरीर में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। ये स्किन में वॉल्यूम और मॉइश्चर कंट्रोल करने में मददगार है। जब डॉक्टर्स इसे सीधे तौर पर स्किन में इंजेक्ट करते हैं, तो इससे होंठों का वॉल्यूम बढ़ जाता है।
- डर्मल फिलर आपके लिप के साइज को बढ़ाते हैं, जबकि लिप फ्लिप केवल ऐसा होने का भ्रम देते हैं। इनसे सच में होंठों में वॉल्यूम एड नहीं होता है।
-लिप फ्लिप डर्मल फिलर के मुकाबले कम इनवेसिव और महंगे होते हैं। वहीं इसका असर भी बहुत कम समय के लिए रहता है। सिर्फ 6 से 18 महीने के लिए ही इनके रिजल्ट्स देखे जा सकते हैं।
ट्रीटमेंट के बाद ऐसे करें होंठों की केयर
ट्रीटमेंट लेने के बाद होंठों में सूजन या फिर चोट जैसे निशान बन सकते हैं। इससे राहत पाने के लिए कुछ दिनों तक मेकअप न करें और ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी में भी बचें। होंठों पर बर्फ से सिंकाई करें।