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इंसान या दरिंदा, फिल्में देखने के बाद बच्चों को नोचकर उन्हें दर्दनाक मौत देता था ये Cyco Killer

  • Edited By palak,
  • Updated: 10 May, 2023 11:08 AM
इंसान या दरिंदा, फिल्में देखने के बाद बच्चों को नोचकर उन्हें दर्दनाक मौत देता था ये Cyco Killer

देश में आए दिन दिल दहला देने वाली वारदातें होती रहती हैं खासकर रेप के मामले में आए दिन कोई न कोई नई बात सुनने को मिल ही जाती है। लेकिन इन वारदातों को अंजाम देने वाले शख्य हमेशा बच जाते हैं। परंतु अब देश की राजधानी दिल्ली में 30 बच्चों के गुनहगार साइको किलर रविंद्र कुमार को कोर्ट ने दोषी करार करते हुए जल्द ही सजा सुनाने का ऐलान किया है। इस सीरियल किलर को आप सनकी या फिर रेपिस्ट भी कह सकते हैं। 

जल्द सुनाई जाएगी सजा 

इस दरिंदे को दोषी साबित हो जाने के बाद अगले दो हफ्तों में कोर्ट ने सजा सुनाने का ऐलान किया है। रविंद्र कुमार की दिल दहला देने वाली वारदातें और बच्चों के प्रति उसकी क्रूरता के कारण पुलिसकर्मी भी परेशान हो गए थे। 2008-2015 के बीच करीबन 30 बच्चों को इस दरिंदे ने अपना शिकार बनाया था। कोर्ट ने आरोपी रविंदर को 6 साल के बच्चे के अपहरण, हत्या और शारीरिक शोषण के मामले में दोषी करार कर दिया है। पुलिस ने रविंद्र को 2015 में दिल्ली के बाहरी इलाके से गिरफ्तार किया था। वहीं अब खुद पुलिस ने इस मामले में ज्यादा से ज्यादा सजा को मांग की है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट की मानें तो अगले दो हफ्तों तक रविंद्र को सजा सुनाई दी जाएगी। 

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नशे की लते ने बिगाड़ दी आदत 

रिपोर्ट्स की मानें तो यह मामला 2008 का है। उस समय रविंद्र की उम्र सिर्फ 18 साल थी। वह उत्तरप्रदेश के कासंगज से दिल्ली में काम की तलाश में आया था। उनके पति पलंबर का काम करते थे और मां लोगों के घरों में जाकर काम करके अपना गुजारा करती थी। दिल्ली आने के बाद रविंद्र को नशे की लत लग गई और उसी दौरान उसने कुछ ऐसी फिल्में देख ली जिसका असर सीधा उसके दिमाग पर हुआ। बाद में जांच में सामने आया कि फिल्में देखने के बाद रविंद्र जब भी नशे करता था तो वह बच्चों के शिकार पर निकल जाया करता था। वहीं पुलिस की मानें तो रविंद्र पूरा दिन मजदूरी करके शाम को नशा करता था और अपनी झुग्गी में सोने चला जाता था। आधी रात में वह अपनी झुग्गी से निकल कर बच्चों की तलाश में चला जाया करता था।  

40 किलोमीटर तक करता था बच्चों की तलाश 

बाद में जांच में यह बात भी सामने आई कि कई बार रविंद्र 40 किलोमीटर तक बच्चों की तलाश में पैदल भी चला जाता था। वह ज्यादातर कंस्ट्रक्शन साइट्स के आसपास, झुग्गी बस्ती के पास भी घूमा करता था जहां उसे कोई बच्चा मिले तो उन्हें 10 रुपये का नोट और चॉकलेट देकर बहलाता था। उस हैवानियत का शिकार बन चुके सबसे छोटे बच्चे की उम्र 6 साल और सबसे बड़े बच्चे की उम्र 12 साल की थी। 

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2008 में किया था मासूम बच्ची का रेप 

2008 में दिल्ली के कराला इलाके में रविंद्र ने सबसे पहले एक मासूम सी बच्ची का अपहरण करने के बाद उसका रेप किया था। उसके बाद उसकी हत्या कर दी। 2015 में रविंद्र ने पकड़े जाने के बाद अपने सभी गुनाहों की जानकारी पुलिस को दी। ऐसे में पुलिस ने अब इस मामले में कोर्ट से ज्यादा से ज्यादा सजा सुनाए जाने की बात की है। 

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