कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है, जिसका समय पर पता ना लगाया जाए तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है। जहां कैसर का एक कारण जागरूकता की कमी है वहीं आपके आस-पास मौजूद कई हानिकारक चीजें भी कैंसर का कारण बन सकती हैं। अब तक शोधकर्ताओं ने 200 से भी ज्यादा प्रकार के कैंसर खोज लिए हैं, जो व्यक्ति के आसपास की चीजों से ही पैदा हो रहे हैं। चलिए आपको आपको बताते हैं कि आपके आस-पास मौजूद कौन-सी चीजें कैंसर का खतरा बढ़ाती हैं।
क्या है कैंसर?
शरीर कई प्रकार की कोशिकाओं से बना है, जो बॉडी में होने वाले बदलावों के कारण बढ़ती रहती हैं। जब ये कोशिकाएं अनियंत्रित तौर पर बढ़ती हैं और पूरे शरीर में फैल जाती हैं, तब यह शरीर के बाकि हिस्सों को अपना काम करने में दिक्कत देती हैं। इससे उन हिस्सों पर कोशिकाओं का गुच्छा सौम्य गांठ या ट्यूमर बन जाता है, जिसे कैंसर कहते हैं। यही ट्यूमर घातक होता है और बढ़ता रहता है।
कितनी तरह के होते हैं कैंसर?
लगभग 100 से भी ज्यादा कैंसर होते हैं लेकिन सबसे आम स्किन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, लंग कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, मेलानोमा, लिम्फोमा, किडनी कैंसर और ल्यूकेमिया हैं। जहां पुरुषों में प्रोस्टेट, मुंह, फेफड़ा, पेट, बड़ी आंत का कैंसर कॉमन होते हैं तो वहीं महिलाओं में ब्रेस्ट और ओवरी कैंसर के ज्यादातर मामले देखने को मिलते है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े बताते हैं कि हर साल कैंसर की वजह से 80 लाख से भी अधिक लोगों की मौत हो जाती है।
इन चीजों से बढ़ता है कैंसर का खतरा
डीजल का धुंआ
डीजल का धुंआ झेलने वाले लोगों में कैंसर की संभावना बहुत ज्यादा होती है। दरअसल, डीजल के जलने से कार्सिनोजेन्स पैदा होते हैं, जो फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ाता है। व्यस्त रोड के आसपास रहने वाले लोगों में भी कैंसर की संभावना दोगुणा ज्यादा होती है।
सूरज की रोशनी
आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन सूरज की किरणें भी कैंसर का कारण बन सकती है। दरअसल, ओजोन पर्त में छेद होने के कारण सूरज की किरणों के साथ हानिकारक अल्ट्रावॉयलेट किरणें भी धरती पर आती हैं, जिससे स्किन कैंसर (मेलिग्नेंट मेलानोमा और स्किन कार्सिनोमा) हो सकता है।
शहरों का प्रदूषण व फैक्ट्रियों का धुंआ
शहरों में प्रदूषण का स्तर दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है लेकिन यही प्रदूषण कैंसर का खतरा भी बढ़ा रहा है। शोध के मुताबिक, इसके कारण लोगों को फेफड़ों का कैंसर, ब्लड कैंसर, गले और मुंह का कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है। यह सब जहरीले धातुओं जैसे सिलिकॉन की वजह से होता है, जो हवा या पानी के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं।
मेकअप के सामान व ब्यूटी प्रोडक्ट्स
मेकअप के सामान जैसे टूथपेस्ट, डिओ, परफ्यूम, बालों का जेल, क्रीम, लोशन आदि कई चीजें भी शरीर में कैंसर पैदा कर सकती हैं। रोजमर्रा में यूज की जाने वाली इन चीजों में सोडियम लॉरेल सल्फेट होता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। वास्तव में यह झाग बनाने वाला कारक है, जो शेविंग क्रीम, शैंपू, कंडीशनर, मंजन आदि में पाया जाता है। इसके अलावा लिपिस्टिक में पाया जाने वाला मरकरी (पारा) भी खतरनाक होता है। वहीं शैंपू में मौजूद कोलतार भी कैंसर का कारण बन सका है।
सिगरेट का धुंआ
सिर्फ सिगरेट पीने ही नहीं बल्कि इसके धुएं के संपर्क में आने से भी कैंसर का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। सिगरेट में निकोटीन के अलावा 4000 दूसरे खतरनाक केमिकल्स भी होते हैं। इसमें से लगभग 60 कार्सिनोजेन्स होते हैं, जिससे सिर्फ संपर्क में आने से भी शरीर में कैंसर सेल्स पैदा होने लगते हैं।
रेडिएशन के कारण
आजकल कुछ रोगों का इलाज करने के लिए मैमोग्राम, एक्स-रे, सीटी स्कैन आदि जैसे रेडिएशन मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि ये सभी सुरक्षित मानी जाती हैं लेकिन अगर आपके शरीर में पहले से कोई रोग है तो रेडिएशन के कारण वो बढ़ सकता है। ऐसे में जब भी आप जांच करवाएं, अपने सभी रोगों के बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं।
कुछ दवाओं के सेवन से भी खतरा
कुछ कीमोथेरेपी ड्रग्स के कारण दूसरी बार कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। मरीज में इम्यून सिस्टम मजबूत बनाने के लिए दी जाने वाली दवाएं कैंसर का खतरा बढ़ा देती हैं। इन दवाओं से लिम्फोमा होने का खतरा अधिक होता है।
प्रोसेस्ड फूड्स
बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड फूड्स, पैकेटबंद आहार, कोल्ड ड्रिंक्स, ज्यादा चीनी-नमक वाले आहार, रेड मीट, फैटी फूड्स और केमिकलयुक्त आहारों का सेवन भी आपको कैंसर का मरीज बना सकता है। हाल ही में हुए शोध के अनुसार, इन चीजों का अधिक मात्रा में सेवन करने से कैंसर का खतरा 10 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।