
नारी डेस्क: कोई भी हमला अचानक नहीं होता इसके पीछे कई दिनाें की साजिश रची जाती है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जुड़े भी इसी तरह के कई सबूत मिले हैं, जिससे साफ पता चलता है कि आतंकियों को लोकल लोगों का साथ मिला था तभी ताे उन्होंने आसानी से इतना बड़ा अपराध कर डाला। अब इसी बीच यह भी दावा किया जा रहा है कि इमले से एक दिन पहले यानी कि 21 अप्रैल को भी आतंकी बैसरन घाटी में मौजूद था और उन्होंने उस दिन भी लोगों से उनका धर्म पूछा था।
यह भी पढ़ें: Banke Bihari मंदिर ने मुसलमानों को लेकर लिया बड़ा फैसला
जिपलाइन करने वाले का वीडियो वायरल होने के बाद अब एक और शख्स का वीडियो सामने आया है, जिसने कई खुलासे किए हैं। पहलगाम घूमने गए जालना के आदर्श राउत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आतंकी हमले से एक दिन पहले वह पहलगाम घूमने गए थे, जहां वह घोड़े पर बैठकर बैसरन घाटी पहुंचे थे। वहां मैगी की दुकान पर एक से एक शख्स ने उनसे पूछा कि क्या आप कश्मीरी हो? क्या आप हिन्दू हो? मैंने उनसे कहा कि हां मैं यहीं का हूं।
यह भी पढ़ें: हमले से पहले "अल्लाहु अकबर" चिल्लाने वाले शख्स के पिता की सफाई
आदर्श राउत की मानें तो 21 अप्रैल को संदिग्धों ने आपस में चर्चा की थी कि वे कल आएंगे क्योंकि उस दिन ज्यादा भीड़ नहीं थी। पर्यटक का दावा है कि उनमें से एक व्यक्ति की शक्ल हमले के बाद जारी किए गए आतंकवादियों के स्केच से मेल खाती है। उन्होंने अब एनआईए को सीधे ई-मेल कर इस संदेह की जानकारी भी दे दी है। आदर्श के पिता संजय राउत ने कहा कि जिस स्थान पर हमला हुआ, वहां कोई पुलिस या सुरक्षा बल नहीं था। अगर वहां सुरक्षा होती तो यह हमला टाला जा सकता था।