दिल्ली के एक स्कूल में टीचर ने दरिंदगी की सारी हदें पार करते हुए छात्र की इतनी पिटाई कर दी कि उसे अस्पताल में भर्ती करवाने की नौबत आ गई। टीचर के गुस्से की वजह बस ये थी कि छात्र हिंदी की किताब स्कूल में नहीं लाया था। छात्र की हालात पिटाई के बाद से बहुत ज्यादा खराब हो गई है, अबतक उसकी हालात में सुधार नहीं आया है। बता दें छात्र का गुरु तेग बहागुर अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना 6 अगस्त को दिल्ली के दयालपुर थाना के अंतर्गत हुई है। मुस्तफाबाद निवासी पीड़ित छात्र के पिता मोहम्मद रमजानी ने कहना है कि उनके 11 साल के बेटे अरबाज को शिक्षक ने पीटा जिसके बाद 6 अगस्त से उनके बेटे कीव हालत खराब हो गई और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
शिकायत में कहा गया है कि आरोपी शिक्षक ने हिंदी के बारे में पूछा, लेकिन उसने ये स्वीकार किया कि वो किताब लेकर नहीं आया है, जिसके बाद छात्र कक्षा से बाहर जाने के लिए अपनी सीट से उठ गया । इसके बाद शिक्षक ने कथित तौर पर उसका रास्ता रोका, उसे थप्पड़ मारा और यहां तक कि छात्र की गर्दन भी दबा दी। छात्रा के पिता आगे बताते हैं, 'मेरा बेटा अरबाज बयान देने की हालत में नहीं है, इसलिए बेटे को थप्पड़ मारने वाले शिक्षक सादुल हसन के खिलफ शिकायत दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।'
मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और आगे की जांच की जा रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छात्र अभी अस्पताल में भर्ती है उसका बयान नहीं इस हालत में नहीं लिया जा सकता। मामले में स्कूल प्रबंधन को तलब करते हुए शिक्षक से पूछताछ की जा रही है।