बच्चे बचपन में जो सिखते हैं वहीं उनकी आदत बन जाती है। ऐसे में पेरेंट्स का फर्ज बनता है कि वे उन्हें छोटी उम्र में ही अच्छी आदतें सिखाएं। ताकि उनका शारीरिक व मानसिक विकास बेहतर हो सके। खासतौर पर बच्चे खाने-पीने के मामले में मूडी होते हैं। इसलिए जरूरी है कि उन्हें इससे जुड़ी आदतों भी सिखाएं जाएं। चलिए आज हम आपको बच्चों के खाने-पीने से जुड़ी कुछ खास व अच्छी आदतों के बारे में बताते हैं। ताकि इन्हें अपनाकर आपका बच्चा एकदम हैल्दी रहे।
हाथों की सफाई
बच्चे को साफ-सफाई के बारे में बताएं। उन्हें समझाएं कि गंदे हाथों में कीटाणु जमा होते हैं जो बीमार करने का काम करते हैं। वैसे भी इन दिनों फैले कोरोना वायरस से बचन के लिए सफाई का खास ध्यान रखने की जरूरत है। ऐसे में उन्हें खाने से पहले साबुन से हाथ धोना सिखाएं। इसके अलावा खाने के बाद व बाथरूम इस्तेमाल करने के बाद भी हाछ धोने की आदत डालें।
पानी पीने की आदत
सेहतमंद रहने के लिए सही मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है। इसलिए पेरेंट्स बच्चे को सही मात्रा में पानी पीने के बारे में बताएं। आप उन्हें पाएं कि इसे पीने से इम्यूनिटी तेज होगी। ऐसे में बीमारियों से बचाव रहेगा। अगर आपका बच्चा 5 से 8 साल है तो उन्हें रोजाना 5 गिलास पानी पिलाएं। वहीं 9 से 12 साल के बच्चे को 6-7 गिलास और 13 से अधिक उम्र के बच्चे को 8-10 गिलास पानी पिलाएं। अगर आपका बच्चा पानी पीने में आनाकानी करता है तो आप पानी वाले फल, जूस, सूप आदि उसकी डेली डाइट में शामिल कर सकते हैं।
हैल्दी और अनहैल्दी खाने के बारे में बताएं
आजकल के बच्चे बाहर का जंक फूड अधिक खाना पसंद करते हैं। मगर आप बच्चे को समझाएं कि जंक व अधिक मसालेदार भोजन सेहत को नुकसान पहुंचाता है। इसके साथ उन्हें फलों व सब्जियों में मौजूद पौष्टिक तत्वों व इसे खाने से मिलने वाले फायदे बताएं। उन्हें समझाएं कि इससे उनका बेहतर शारीरिक व मानसिक विकास होगा। हां, अगर आपका बच्चा बाहर का खाने की जिद्द करे तो कभी-कभाव उन्हें घर पर कुछ बनाकर खिला दें।
खाने का एक समय रखें
किसी भी समय खाने की आदत से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए अपने बच्चे के खाने का टाइम टेबल सेट करें। उसकी एक रूटीन बनाएं कि वे किस समय नाश्ता, लंच व डिनर करें। इससे वह बिना मतलब कुछ एक्सट्रा खाने से बचेगा। साथ ही भोजन के समय भरपेट खाएगा।
इन बातों का भी रखें ध्यान
. बच्चे को खाना चबा-चबा खाने की आदत डालें।
. टीवी देखने व बात करते हुए बच्चे को खाने ना दें।
. खरीदारी में बच्चे को साथ ले जाएं और उन्हें सभी फल व सब्जियों के फायदे बताएं। आप किचन में भी बच्चे को पास खड़ा कर खाना बना सकती है।