नारी डेस्क: आज कई भक्तों सावन ने सोमवार का व्रत रखा होगा। व्रत रखना सामाजिक और आध्यात्मिक संबंधों में महत्वपूर्ण होता है, लेकिन सेहत का भी ध्यान रखना उससे कम अहम नहीं है। यदि आपने आज व्रत रखा है, तो इसमें सेहत के लिए सही पोषण और पूरे दिन की ऊर्जा का संतुलन बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। आज हम आपको बताएंगे कुछ खास बातें जिनका आपको व्रत के दौरान ध्यान रखना है और आप व्रत के दौरान बिलकुल सेहतमद और किसी तरह की सेहत से जुड़ी दिक्क्त नहीं होगी।
यहां कुछ सुझाव हैं जो व्रत के दौरान सेहत को ध्यान में रखने में मदद कर सकते हैं:
1. पौष्टिक आहार
व्रत के दौरान पौष्टिक भोजन करें। ध्यान रखें कि आपका आहार ऊर्जा और पोषण से भरपूर हो, जैसे फल, जो भी व्रत में सब्जियां खा सकते हैं जरूर खाएं, अगर दूध पी सकते हैं तो जरूर पियें।
2. हाइड्रेशन
सुबह और शाम को पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। व्रत के दौरान आपके शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता हो सकती है।इसके अलावा लस्सी, छाछ, नारियल पानी आदि का सेवन भी किया जा सकता है।
3. संतुलित खानपान
अधिक मिठाई और तली चीजों से बचें। सेहत के लिए हल्के और पारंपरिक आहार का पालन करें। ऐसे में नहीं तो आपको सेहत से जुड़ी कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं और आप अच्छे से व्रत नहीं रख पाएंगे।
4. सेहत की जांच
यदि आपको किसी विशेष स्वास्थ्य समस्या हो तो व्रत से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
5. नियमित व्यायाम
व्रत के दौरान भी नियमित व्यायाम करें, जैसे कि ध्यान और योग। यह आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करेगा।
6. एकसाथ न खाएं
व्रत के दौरान अक्सर कई लोग पूरा दिन भूखा रहकर शाम को एक ही बार में पेट भरकर खाना खा लेते हैं। ऐसा करने से बचें, आपको थकान महसूस होने के साथ गैस, एसिडिटी और ब्लोटिंग जैसी समस्या हो सकती हैं। ऐसे में इस समस्या से बचने के लिए व्रत के दौरान एक बार में खूब सारा भोजन करने की जगह 3-4 बार थोड़ा-थोड़ा खाना चाहिए।
7. अच्छी नींद
व्रत के दौरान हेल्दी और फिट रहने के लिए पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है। नींद पूरी न होने के कारण आपको कमजोरी, थकान, चक्कर या सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसी परेशानियों से बचने के लिए 6-7 घंटे की नींद जरूर लें। साथ ही, पॉजिटिव सोचें और रिलैक्स करें।
इन सुझावों का पालन करके, आप व्रत के दौरान अपनी सेहत का भी ख्याल रख सकते हैं। ध्यान दें कि आपकी सेहत भी आपके धार्मिक और आध्यात्मिक साधनाओं के लिए महत्वपूर्ण है।