देश के कई राज्यों में गर्मी ने मार्च में ही तेवर दिखाने शुरु कर दिए हैं। जहां एक तरफ गर्मी अपने रंग दिखा रही है ताे वहीं दूसरी तरफ एक स्टडी ने पुरुषों की चिंता बढ़ा दी है। स्टडी के मुताबिक गर्मियों की रात तापमान बढ़ने से दिल से जुड़ी बीमारियों से मौत का खतरा लगभग 4 प्रतिशत बढ़ जाता है। इस मौसम में दिल के रोगियों को ज्यादा मेहनत करने से बचना चाहिए।
क्या है कारण
स्टडी की मानें तो तापान बढ़ने से महिलाओं पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा,इससे सिर्फ पुरुषों को ही खतरा है। बीएमजे ओपन में प्रकाशित नई रिसर्च में इस बात की जानकारी दी गई है पिछले कुछ सालों में तापमान बढ़ने की वजह से दिल से जुड़ी बीमारियों में काफी इजाफा हुआ है। दरअसल गर्मी की वजह से शरीर के मेटाबॉलिज्म को शरीर का तापमान सामान्य ताप पर स्थिर रख पाने में काफी मेहनत करनी पड़ती है जिससे दिल पर बोझ बढ़ जाता है। इस वजह से दिल संबंधी बीमारियों के शिकार होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
महिलाओं को नहीं है खतरा
स्टडी में यह भी दावा किया गया है कि खतरा केवल 60 से 65 साल की आयु वाले पुरुषों को ही प्रभावित करता है। महिलाओं पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता। ब्रिटेन में पिछले 15 वर्षों में दिल की बीमारी से हुई 40 हजार मौतों पर हुई स्टडी में ये निष्कर्ष सामने आया है। टोरंटो यूनिवर्सिटी की एक टीम ने 2001 से 2015 के बीच जून-जुलाई में दिल की बीमारियों से हुई मौतों के आंकड़े जुटाए थे।
गर्मी में अपने दिल का रखें ख्याल
शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखने के लिए पीते रहें पानी।
एक्सरसाइज के बाद पानी पीना बहुत जरूरी।
चाय-कॉफी की जगह पिएं छाछ, लस्सी और फलों का जूस।
गर्मी के मौसम में नमक का सेवन करें कम ।
खाने में रसीले फल और सब्जियों को करें शामिल।
दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचें।
अपना ब्लड प्रेशर करते रहें चेक
दिल की बीमारियों से हुई 39,912 लोगों की मौत
नतीजों की मानें तो 2001 से 2015 के बीच इंग्लैंड और वेल्स में दिल की बीमारियों से कुल 39,912 लोगों की मौते हुई। इन जगहों पर 1 डिग्री तापमान बढ़ने से 60-64 उम्र वालों के बीच दिल की बीमारी से मौत का खतरा 3.1 प्रतिशत अधिक है। वहीं किंग काउंटी में 1 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ने से 65 और इससे कम उम्र वाले पुरुषों में दिल की बीमारियों से होने वाली मौत का खतरा 4.8 प्रतिशत था।
65 साल से ज्यादा उम्र वालों को नहीं रिस्क
स्टडी में 65 साल से ज्यादा उम्र वाले पुरुषों में रात में गर्मी की वजह से मौत का रिस्क नहीं पाया गया है। वहीं, 60 से 65 की उम्र वाली महिलाओं में भी ये समस्या नहीं देखी गई। ऐसे में रिसर्चर्स अब महिलाओं पर इस रिस्क की अलग से स्टडी करने पर विचार कर रहे हैं।