आज भी जब बात महिलाओं की होती है तो लोगों के मन में ख्याल आता है कि इनका काम सिर्फ घर संभालना है। आज भी बहुत सारी ऐसी महिलाएं हैं जिन्हें शादी के बाद अपने सपनों को साइड पर रख कर अपने परिवार को महत्तव देना पड़ता है लेकिन ऐसे में वह अपनी जिंदगी जीना कहीं न कहीं भूल जाती हैं शायद यह समाज के उन लोगों की वजह से होता है जो यह सोचते हैं कि महिलाओं की असल जगह किचन को ही होती है। लेकिन समाज की इसी सोच को बदल डाला है केरल की रहने वाली आशा विनीश ने। जिन्होंने हाउसवाइफ होते हुए भी अपने सपनों को मरने नहीं दिया।
नौकरी छोड़कर घर संभाला
आशा को भी हर एक लड़की की तरह शादी के बाद और बच्चे के बाद नौकरी छोड़नी पड़ी और परिवार को ज्यादा महत्ता देनी पड़ी लेकिन उन्होंने अपनी जिंदगी यहीं तक सीमित नहीं रखी। चाहे आशा का ज्यादातर समय किचन में काम करते हुए बीतता था लेकिन इस समय में भी आशा ने कुछ अलग करने की सोची।
यूट्यूब पर फेमस है आशा
अब आपको बताते हैं कि आशा कौन है। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो आशा पेशे से एक इंजीनियर हैं लेकिन शादी और परिवार के लिए उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ी लेकिन देखते ही देखते ही वह यूट्यूब पर फेमस हो गई और करोड़ों का टर्नओवर करने लगीं।
कॉम्पिटिटिव एग्जाम देने वालों बच्चों को देने लगीं लेक्चर
दरअसल आशा ने घर संभालने के साथ बच्चों को पढ़ाने का काम भी शुरू किया। इसके लिए उन्होंने यूट्यूब का प्लेटफ्रॉम चुना। और देखते ही देखते उन्होंने कॉम्पिटिटिव एग्जाम देने वाले बच्चों को लेक्चर देकर एक अलग पहचान बना ली।
30 हजार के निवेश से शुरू किया काम
इसके बाद जब आशा के दिए लेक्चर बच्चे सुनने लगें और उनके कंटेंट को पसंद करने लगे तो इसके बाद आशा का चैनल भी चलने लगा। आशा ने इस काम को महज 30 हजार के निवेश से शुरू किया था लेकिन अब आशा का यूट्यूब पर कॉम्पिटिटिव क्रैकर नाम से एक चैनल है जिस पर तकरीबन 2 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं।
देखते ही देखते करोड़पति बन गईं आशा
इतना ही नहीं मीडिया रिपोर्टस की मानें तो आशा ने खुद को सिर्फ खाना बनाने में और परिवार को संभालने तक ही सीमित नहीं रखा बल्कि इसके साथ-साथ उन्होंने अपनी जिंदगी के बारे में भी सोचा। यही कारण है कि आज वह अपनी जिंदगी में काफी सफल है। किचन से निकलर ही उन्होंने अपने क्रिएटिव तरीके से बच्चों को पढ़ाना शुरू किया और वह करोड़पति बन गईं। वह यूपीएससी, केरल पीएससी, बैंक परीक्षणों के लिए क्रिएटिव तरीके से बच्चों को पढ़ाती हैं जिन्हें बच्चें काफी पसंद करते हैं।
पति ने खुद की नौकरी छोड़ दिया साथ
इस सफर को शुरू करने वाली आशा अकेली थी लेकिन देखते ही देखते उनके साथ उनके पति भी जुड़ गए। पत्नी के लिए उन्होंने खुद की जॉब भी छोड़ दी और आज वह आशा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं।
सच में आज आशा उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो शादी के बाद और बच्चे होने के बाद खुद के सपनों को भूल जाती हैं लेकिन आशा ने अपनी मेहनत और लग्न से यह तो दिखा दिया कि एक गृहणी भी किसी से कम नहीं है।