नारी डेस्क: जब आप अपने फोन की ओर हाथ बढ़ाएं, तो इससे पहले अपने बच्चे को कम से कम 20 सेकंड के लिए गले लगाने की कोशिश करें। क्योंकि हर दिन अपने बच्चे को गले लगाने के लिए समय निकालना आपको और आपके बच्चे को बहुत सारे लाभ प्रदान कर सकता है। बच्चे को गले लगाकर सुलाना न केवल उनके लिए, बल्कि माता-पिता के लिए भी एक सुखद अनुभव होता है।
संबंध होता है मजबूत
त्वचा का संपर्क या शारीरिक स्पर्श, जैसे गले लगाना और पकड़ना, आपके बच्चे को स्वस्थ मस्तिष्क और मज़बूत शरीर विकसित करने में मदद करने के बेहतरीन तरीके हैं। चिकित्सकों ने पाया है कि जब बच्चों को शारीरिक संपर्क नहीं मिलता है, तो उनका शारीरिक विकास धीमा हो सकता है।गले लगाकर साेने से माता-पिता और बच्चे के बीच का संबंध मजबूत होता है और बच्चे को सुरक्षा और प्यार का अहसास होता है। चलिए जानते हैं इसके और भी फायदे।
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भावनात्मक सुरक्षा
जब बच्चे को गले लगाकर सुलाया जाता है, तो उसे सुरक्षा और स्नेह का अहसास होता है। इससे बच्चे को यह भरोसा मिलता है कि वे सुरक्षित और संरक्षित हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। गले लगाकर सोने से माता-पिता और बच्चे के बीच गहरा भावनात्मक संबंध बनता है। यह संबंध बच्चे के मानसिक और भावनात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण है और जीवनभर के लिए स्थाई रहता है।
तनाव और चिंता में कमी
शारीरिक स्पर्श, जैसे कि गले लगाना, बच्चे के शरीर में ऑक्सीटोसिन हार्मोन का स्राव बढ़ाता है, जिसे "लव हार्मोन" भी कहा जाता है। इससे बच्चे को तनाव और चिंता में कमी महसूस होती है और वह आराम से सो सकता है।
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नींद की गुणवत्ता में सुधार
बच्चे को गले लगाकर सुलाने से उसकी नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। उसे अधिक आरामदायक और गहरी नींद मिलती है, जिससे वह शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है। गले लगाकर सोने से बच्चे के हृदय की धड़कन स्थिर रहती है, और उसकी श्वास सामान्य होती है। इससे शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और बीमारियों का खतरा कम होता है।
अच्छी आदतों का विकास
- जब बच्चे को नियमित रूप से गले लगाकर सुलाया जाता है, तो यह उसकी दिनचर्या का हिस्सा बन जाता है। इससे बच्चे में नियमितता और अनुशासन की भावना विकसित होती है। भावनात्मक सुरक्षा और स्थिरता बच्चे के मानसिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। इससे वह नए कौशल और ज्ञान को अधिक तेजी से सीख सकता है और आत्मविश्वास के साथ दुनिया का सामना कर सकता है।
समाजिक विकास
जब बच्चे को गले लगाकर सोने की आदत डाली जाती है, तो वह दूसरों के प्रति भी संवेदनशील और प्यार भरा व्यवहार दिखाता है। यह उसके समाजिक विकास में सहायक होता है और वह दूसरों के साथ बेहतर संबंध बना पाता है। गले लगाकर सोने से बच्चे के लिए सकारात्मक और स्वस्थ रिश्तों का आधार बनता है। वह समझता है कि स्नेह और प्यार से भरे रिश्ते कितने महत्वपूर्ण होते हैं, जो उसे भविष्य में भी अच्छे संबंध बनाने में मदद करता है।