प्रेगनेंसी के दौरान मॉर्निंग सिकनेस, हाथों-पैरों में सूजन, उल्टी, चक्कर आना आम है। मगर, प्रेगनेंसी के दौरान कुछ लक्षण ऐसे भी होते हैं जिन्हें इग्नोर करना जच्चा और बच्चा पर भारी पड़ सकता है। यहां हम आपको कुछ ऐसे लक्षण बता रहे हैं, जिन्हें आपको बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि ये कॉम्प्लिकेशंस का संकेत हो सकते हैं।
ज्यादा ब्लीडिंग
प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में इंप्लांटेशन ब्लीडिंग नॉर्मल होना आम है लेकिन ऐसा लगातार और बहुत ज्यादा हो रहा है तो नजरअंदाज ना करें। यह प्लेसेंटा में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है, जो मां और बच्चे के लिए हानिकारक है।
वैजाइनल डिस्चार्ज
इस दौरान बहुत पतला वैजाइना डिस्चार्ज होना तो यह पानी की थैली फटने का संकेत हो सकता है। ऐसा डिलीवरी के कुछ दिन पहले हो सकता है। ऐसे में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि ये खतरनाक साबित हो सकता है। अगर पानी की थैली डिलीवरी से पहले ही फट जाए तो प्रसव में दिक्कतें आ सकती हैं।
हाथ-पैरों में सूजन
हाथों-पैरों में सूजन, दर्द होना भी आम है लेकिन इसके साथ लालपन और रैशेज हो तो आपको चिंता करने की जरूरत है। ये लक्षण हाथों-पैरों में खून का थक्का बनने के संकेत हो सकते हैं। ऐसे में तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
कॉन्ट्रैक्शन
पेट में हल्की ऐंठन भी प्रेगनेंसी के आम लक्षणों में से एक है लेकिन कॉन्ट्रैक्शन बहुत ज्यादा हो तो इसे इग्नोर न करें। डॉक्टर को तुंरत बताएं और इलाज करवाएं।
आंखों में धुंधलापन
प्रेगनेंसी में चक्कर आते हैं लेकिन चक्कर के साथ आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है तो डॉक्टर से संपर्क करें। ज्यादातर यह समस्या डायबिटीज से ग्रस्ट महिला को होती है।
प्रेगनेंसी में छोटी -सी गलती भी भारी पड़ सकती है। ऐसे में अगर आपको प्रेगनेंसी में किसी भी तरह की दिक्कत आए तो डॉक्टर से संपर्क करें।