आजकल कई सारी महिलाएं हाथ- पैर के अलावा बिकनी लाइन से भी बाल हटाती है। लेकिन प्राइवेट पार्ट बहुत ही सेंसटिव होता है और गलत चीज के इस्तेमाल से हेल्थ प्रॉब्लम भी हो सकती है। बाजार में प्राइवेट पार्ट के बाल (प्यूबिक हेयर) को हटाने के लिए वैसे तो कई सारी हेयर रिमूविंग क्रीम मिलती है। कुछ महिलाएं वैक्सिंग भी करवाती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि प्राइवेट पार्ट में वैक्सिंग की प्रकिया दर्दनाक तो होती ही है, साथ ही इससे कई सारी हेल्थ प्रॉब्लम्स भी हो सकती हैं। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में...
इन्फेक्शन का खतरा
बिकिनी वैक्स या प्यूबिक हेयर वैक्स कराने से आपको बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। वैक्सिंग के दौरान या इसके बाद बैक्टीरिया प्राइवेट पार्ट तक पहुंच जाता है और इसकी वजह से आपको गंभीर इन्फेक्शन का सामना करना पड़ता है।
सेक्सुअली ट्रांसमिटेड बीमारियों का खतरा
बिकिनी वैक्स करवाते हुए कई बार प्राइवेट पार्ट से सेक्सुअली ट्रांसमिटेड बीमारियों या एसटीडी का खतरा रहता है। इसकी वजह से आपको मोलसकम कंटेजिओस जैसी बीमारियों हो सकती है। इसलिए वैक्स की जगह शेव करना बेहतर ऑप्शन है।
पीरियड्स के दौरान परेशानियां
यहां पर वैक्सिंग कराने से पीरियड्स के दौरान दर्द बढ़ जाता है। इसलिए महिलाओं को पीरियड्स आने से कम से कम 2 हफ्ते पहले ही वैक्स कर लेना चाहिए। प्राइवेट पार्ट की स्किन ज्यादा सेंसिटिव होती है, इसलिए कुछ समय तक यहां दर्द और जलन रहती है।
स्किन में आती है रेडनेस और रैशेज
प्राइवेट पार्ट के आसपास के हेयर को हटाने के लिए स्किन पर रेडनेस और रैशेज की समस्या हो सकती है। वैक्सिंग के दौरान जरा सी लापरवाही के कारण आपकी स्किन भी खराब हो सकती है।
एलर्जी हो सकती है ट्रिगर
वैक्स करवाते हुए इस बात का ध्यान रखें कि आपको एलर्जी की समस्या न हो। अगर ऐसा होता है तो आपकी पुरानी एलर्जी ट्रिगर हो सकती है। खुजली, रैशेज समते कई गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
नोट- अगर आप भी वैक्सिंग करती हैं तो ऊपर बताई गई बातों का ध्यान रखें। वैक्सिंग कराने के बाद गर्म पानी से नहाने या शॉवर लेने से बचना चाहिए। वैक्स कराने के बाद कुछ दिनों आपको विशेष देखभाल और साफ-सफाई रखनी चाहिए।