सर्दियों में सर्द हवाओं के कारण त्वचा में बार-बार रूखापन होने की शिकायत रहती है। इसके लिए स्किन में नमी बरकरार रखने के लिए मॉइस्चराइज या क्रीम का इस्तेमाल करना पड़ता है। इससे स्किन को गहराई से पोषण मिलने के साथ रूखापन व खिंची-खिंची त्वचा से छुटकारा मिलता है। मगर बहुत-सी लड़कियां जरूरत से ज्यादा मॉइस्चराइज या क्रीम इस्तेमाल करती है। इसके कारण स्किन पोर्स बंद हो चेहरा डल दिखाने देने लगता है। साथ ही कील-मुंहासे, दाग-धब्बे होने की परेशानी होने लगती है।
तो चलिए जानते हैं कि ओवर-मॉइस्चराइजिंग से होने वाले नुकसान व इसका इसी इस्तेमाल करने का तरीका...
ओवर-मॉइस्चराइजिंग के साइड-इफेक्ट्स
- जरूरत से ज्यादा मॉइस्चराइजिंग को लगाने से स्किन में चिपचिपाहट आने लगती है। ऐसे में धूल-मिट्टी चेहरे पर जमने से पिंपल्स होने लगते हैं।
- चेहरा डल दिखाई देने लगेगा।
- स्किन पोर्स बंद होने से कील-मुंहासे, झुर्रियों की समस्या हो सकती है।
मॉइस्चराइजर लगाने का सही तरीका...
इसे लगाने से चेहरे को नमी मिलती है। मगर ज्यादा नमी होने से चेहरे पर दाग-धब्बे होने की परेशानी हो सकती है।
- सबसे पहले हाथों पर मटर के दाने जितना मॉइस्चराइजर लें।
- फिर उसे अंगुलियों से मिलाकर धीरे-धीरे व सर्कुलर मोशन में गालों पर लगाएं।
- इसे गालों से लगाते हुए माथे तक ले जाएं और पूरे चेहरे पर बराबर लगाएं।
- चेहरे के साथ गर्दन पर भी इसे मॉइस्चराइजर जरूर लगाएं।
मॉइस्चराइजर लगाने का सही समय...
- नहाने या चेहरे को धोने के तुरंत बाद मॉइस्चराइजर को हल्की गीली स्किन पर ही लगाएं। इससे दिनभर आपकी स्किन में नमी बरकरार रहेगी।
- रात को हमारी स्किन अच्छे से रिपेयर होती है। ऐसे में सोने से पहले एक बार चेहरे को धोएं ताकी इस पर मौजूद गंदगी साफ हो जाएं। उसके बाद मॉइस्चराइजर लगाएं। इससे स्किन को नमी मिलेगी। साथ ही वह मुलायम बनी रहेगी।
- इसे स्किन टाइप के हिसाब से इस्तेमाल करें। अगर आपकी स्किन ड्राई है तो इसे अधिक मात्रा में इस्तेमाल करें। इसके विपरीत ऑयली स्किन वालों को कम मात्रा में ही मॉइस्चराइजर लगाना चाहिए। इसके अलावा आपको बाजार से स्किन टाइप के हिसाब से ही आसानी से मॉइस्चराइजर मिल जाएगी।
मॉइस्चराइजिंग के अलावा स्कबिंग भी जरूरी
स्किन को हैल्दी बनाएं रखने के लिए स्कबिंग भी बहुत जरूरी होती है। इससे डेड स्किन सेल्स साफ हो नई त्वचा आने में मदद मिलती है। बंद पोर्स खुलने से मॉइस्चराइजर अच्छे से स्किन में समाता है। ऐसे में साफ, मुलायम व निखरी त्वचा मिलने में मदद मिलती है।