नारी डेस्क: शारदीय नवरात्रि इस वर्ष 3 अक्टूबर से शुरू हो रही है। इस दौरान देवी दुर्गा की आराधना विधिपूर्वक करने से वह जल्दी प्रसन्न होती हैं। पान के पत्तों का प्रयोग इन नौ दिनों में विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है। आइए जानते हैं पान के पत्तों से जुड़े चार चमत्कारिक उपाय, जो माता दुर्गा की कृपा को प्राप्त करने में मदद करेंगे।
गृह क्लेश दूर करने का उपाय
यदि आपके घर में अक्सर झगड़े होते हैं, तो नवरात्रि में पान के पत्तों का यह उपाय आपके लिए कारगर हो सकता है। पान के पत्ते पर केसर का लेप लगाएं या इसे पत्ते के ऊपर रखें। फिर इस पत्ते को माता दुर्गा के चरणों में अर्पित करें। ऐसा करने से गृह क्लेश जल्द ही समाप्त होता है और घर का माहौल सकारात्मक बनता है।
व्यापार में वृद्धि के लिए उपाय
यदि आपका व्यापार ठीक से नहीं चल रहा है, तो नवरात्रि के नौ दिनों में पान के पत्तों का उपयोग करें। पत्ते के दोनों ओर सरसों तेल लगाएं और माता दुर्गा के चरणों में चढ़ा दें। रात को सोते समय उस पत्ते को अपने तकिए के नीचे रखें। यह उपाय व्यापार में वृद्धि और अधिक लाभ पाने में मदद कर सकता है।
माता दुर्गा को शीघ्र प्रसन्न करने का उपाय
माता दुर्गा को शीघ्र प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि के दौरान पूजा के समय पान के पत्ते पर गुलाब पुष्प रखकर अर्पित करें। नवमी के दिन पूजा के बाद इन पत्तों को नदी के जल में प्रवाहित करें। इससे माता दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
आर्थिक समस्याओं का समाधान
यदि आप आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो नवरात्रि के पहले पांच दिन पान के एक पत्ते पर चंदन से 'ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे' मंत्र लिखें और माता रानी को अर्पित करें। नवमी के दिन इन पत्तों को एक लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। इस उपाय से आपकी आर्थिक समस्याएं दूर हो सकती हैं।
क्या करें
1. पूजा और आरती नवरात्रि के नौ दिनों में नियमित पूजा और आरती करें। माता दुर्गा की तस्वीर या मूर्ति का विधिपूर्वक पूजन करें।
2. उपवास यदि संभव हो, तो नवरात्रि के दौरान उपवास रखें। यह आत्मशुद्धि और श्रद्धा के लिए लाभकारी होता है।
3. साफ-सफाई घर की सफाई करें और पूजा स्थल को साफ-सुथरा रखें। यह सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करता है।
4. भोजन में शुद्धता शाकाहारी भोजन का सेवन करें और पैकेज्ड या जंक फूड से बचें। ताजे फल और सब्जियाँ शामिल करें।
5. माता के भजन सुनें देवी के भजन और कीर्तन सुनें। इससे मन में भक्ति का भाव बढ़ता है।
क्या न करें
1. असत्य बोलना नवरात्रि के दौरान झूठ बोलने से बचें। सत्य बोलना देवी की आराधना का एक महत्वपूर्ण भाग है।
2. मांसाहारी भोजन मांस, अंडा और शराब का सेवन न करें। यह नवरात्रि की पवित्रता को भंग कर सकता है।
3. बुरा व्यवहार नकारात्मकता, झगड़ा या किसी के प्रति दुर्भावना न रखें। संयम और सद्भावना से रहें।
4. आलस्य इस पवित्र समय में आलस्य से बचें। पूजा-पाठ और अच्छे कार्यों में सक्रिय रहें।
4. ध्यान न देना देवी की आराधना के दौरान ध्यान भंग करने वाली गतिविधियों से दूर रहें, जैसे मोबाइल का अत्यधिक उपयोग।
इन चमत्कारिक उपायों को अपनाकर नवरात्रि के दौरान माता दुर्गा की कृपा प्राप्त की जा सकती है। सही विधि से पूजा करने से साधकों को मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। नवरात्रि का यह पर्व आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने का एक सुनहरा अवसर है।