गोवा भारत के फेसम टूरिस्ट प्लेस में से एक है। देश ही नहीं विदेश से भी घूमने के लिए हर साल भारी तादाद में यहां पर्यटक आते हैं। बीच के अलावा गोवा के कुदरती नजारे भी टूरिस्ट को खूब आकर्षित करते हैं। आप भी नेचुरल खूबसूरती को करीब से देखना चाहते हैं तो यहां की सलीम अली बर्ड सैंक्चुअरी बेस्ट प्लेस में से एक है। इस बर्ड सैक्चुअरी में अलग-अलग प्रजाति के कई पक्षी पाए जाते हैं जिन्हें देखने का नजारा शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है।
चराओ आइलैंड पर स्थित है यह बर्ड सैंक्चुअरी
सलीम अली बर्ड सैंक्चुअरी गोवा की राजधानी, पणजी से सिर्फ 5 किमी दूर माण्डवी नदी के बीच चराओ आइलैंड पर स्थित है। इस टापू को लेकर बहुत पौराणिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं, लोगों का मानना है कि इस महाद्वीप की उत्पत्ति भगवान श्री कृष्ण की माता यशोदा के द्वारा हीरे फैंकने से हुई थी।
नंवबर से फरवरी है बेस्ट समय
पक्षियों के ढेरों प्रजातियां एक साथ देखना चाहते हैं तो इस जगह पर जाने के लिए नवंबर से फरवरी के बीच का मौसम बेस्ट है। इस समय हजारों पर्यटर बर्ड सैंक्चुअरी देखने के लिए आते हैं।
बर्ड सैंक्चुअरी में पक्षियों की अलग-अलग प्रजातियां
लिटिल बिटर्न पक्षी
यह यहां के खूबसूरत पक्षियों में से एक है। अमेरिकी मूल के इस बर्ड की खासीयत है कि इसकी आवाज बाघ जैसी है। इसी खासीयत के लिए यह लोगों का पसंदीद बर्ड बना हुआ है।
ब्रह्मिनी चील
चील प्रजाति का यह पक्षी पानी के पास रहना पसंद करता है। अपना पेट भरने के लिए यह मछली और मेंढक का शिकार करता है।
स्टॉर्क बिल किंगफिशर
यह पानी के किनारे और जंगल दोनों में रहता है। इसकी खासीयत यह है कि ये प्रजाति छोटे-छोटे झुंड बनाकर रहती है। यह पक्षी एक दिन में 16 मछलियां खा सकता है।
पर्पल सनबर्ड
फलों का रस पीने वाला यह पक्षी छोटा सनबर्ड है। फूलों का रस पीते हुए ये बर्ड बहुत खूबसूरत लगते हैं।
इसके अलावा रेडषांक पक्षी भी इस बर्ड सैंक्चुअरी की खासीयत है। इसके पैर लाल रंग के होते हैं और खासबात यह है कि सर्दियों में इन पक्षियों के शरीर पर बना पैटर्न और रंग हल्का होने लगता है। इसकी चोंच का ऊपरी हिस्सा लाल और टिप वाला हिस्सा काले रंग का है।