नारी डेस्क: गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में मंगलवार सुबह से ही मातम पसरा हुआ है। सेक्टर-15 के टाइप वन वाली बिल्डिंग के फ्लैट नंबर 986 में गहरा सन्नाटा है। जिस घर में कुछ दिन पहले तक बच्चों की हंसी-खुशी गूंजती थी, आज वहां सिर्फ खामोशी है। फाइनेंस कंपनी में नौकरी करने वाले विनोद कुमार और उनकी तीन सालियों की गोवा क्लब हादसे में मौत ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। उनकी पत्नी और छोटे बच्चों की हालत भी गम के चलते खराब है।
गोवा क्लब में लगी आग बनी मौत का कारण
4 दिसंबर की रात गोवा के अरपोरा स्थित एक नाइट क्लब में अचानक आग लग गई। उसी वक्त विनोद अपनी पत्नी और तीन सालियों के साथ क्लब में मौजूद थे। आग लगते ही वहां भगदड़ मच गई। विनोद की पत्नी किसी तरह बाहर निकलने में कामयाब हो गईं, लेकिन विनोद और तीनों सालियां धुएं व आग की चपेट में आ गईं। बाद में गोवा पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद चारों शव परिजनों को सौंप दिए।
वसुंधरा में पसरा मातम, पत्नी और बच्चों की बिगड़ी हालत
विनोद के सेक्टर-15 स्थित घर के बाहर लोग लगातार पहुंच रहे हैं, लेकिन घर के अंदर माहौल बेहद भारी है। आठ साल की बेटी अनायस और 13 साल का बेटा रेयांश सदमे में हैं, क्योंकि उन्होंने एक ही पल में अपने पिता और तीन मौसियों को खो दिया। विनोद को जानने वाले लोग उन्हें मददगार और मिलनसार बताते हैं। सोसायटी के कामों में भी वे हमेशा आगे रहते थे।
एक परिवार के चार सदस्य हुए हादसे का शिकार
विनोद और उनकी पत्नी भावना अपने दो बच्चों को गाजियाबाद में नाना-नानी के पास छोड़कर गोवा घूमने गए थे। उनके साथ तीन सालियां: सरोज जोशी, अनिता जोशी और कमला जोशी भी थीं। विनोद की पत्नी ने ही सभी शवों की पहचान की। हादसे की सूची में 22 से 25 नंबर तक इन्हीं चारों के नाम शामिल हैं।
दो भाइयों की दो बहनों से शादी, अब टूटा पूरा परिवार
विनोद और उनके भाई नवीन दोनों की शादी एक ही परिवार की दो बहनों से हुई थी। विनोद की पत्नी भावना सबसे छोटी बहन थीं, जबकि नवीन की शादी सबसे बड़ी बहन से हुई थी। एक बहन की शादी पिछले साल ही हुई थी, जबकि एक बहन अविवाहित हैं। हादसे में तीनों बहनों की मौत और विनोद की मृत्यु ने पूरे परिवार को झकझोर दिया है। नवीन की पत्नी भी इस हादसे में चल बसीं, जबकि उनके बच्चे दिल्ली में घर पर थे।
विनोद के बच्चे अभी छोटी कक्षाओं में पढ़ते हैं
विनोद की बेटी अनायस तीसरी कक्षा में पढ़ती है, जबकि बेटा रेयांश सातवीं कक्षा में पढ़ता है। दोनों बच्चे इस वक्त अपनी मां के साथ सदमे में हैं। नवीन की पत्नी की मौत ने उनके दो बच्चों को भी मां से वंचित कर दिया है। पूरा परिवार मानसिक रूप से टूट चुका है।
पत्नी ने बताया हादसे की भयावह रात का सच
विनोद की पत्नी भावना ने बताया कि क्लब में पार्टी चल रही थी और क्रैकर गन से फुलझड़ियां उड़ाई जा रही थीं। अचानक एक चिंगारी तारों पर गिरी और आग फैल गई। फर्श लकड़ी का था, जिससे आग तेजी से फैल गई। भगदड़ मच गई, लोग चीख रहे थे। इसी बीच लाइट चली गई और बाहर निकलने का सिर्फ एक ही रास्ता था। धुएं से कई लोग बेहोश हो गए। बाहर निकाली जा रही लाशों में उन्होंने अपने पति और बहनों को पहचान लिया।