छोटे बच्चे बहुत ही मासूम होते हैं। ऐसे में छोटी सी लापरवाही के कारण उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। खासकर शिशु को छाले बहुत ही जल्दी होने लगते हैं जिसके कारण उनके मुंह, जीभ, तालू, होंठ पर एक फोड़ा हो जाता है। इसके कारण शिशु को मुंह में जलन भी होने लगती है। इसके अलावा शिशु को दूध से एलर्जी के कारण भी छाले हो सकते है। दूध से एलर्जी, खाने में आयरन, विटामिन-बी 12 और फोलिक एसिड की कमी के कारण भी बच्चे के मुंह में छाले हो सकते हैं। लेकिन बच्चों को यह क्यों होते हैं और इसके क्या कारण है आज आपको इसके बारे में बताएंगे...
लक्षण
. मुंह लाल हो जाना
. मुंह और जीभ में सफेद और मखमली घाव हो जाना
. घावों को साफ करने पर खून बहना शुरु हो सकता है।
. बच्चे के मूड में बदलाव होना रोना, चिड़चिड़ा होना आदि
. दूध न पीना।
कारण
बच्चे के मुंह में छाले हर्पिस सिम्पलेक्स नाम के वायरस के कारण हो सकता है। जैसे विटामिन-12 की कमी के कारण, दूध से एलर्जी होने के कारण या मां का दूध अच्छे से न ले पाने के कारण, इसके अलावा यदि घर में किसी व्यक्ति को छाले हो और वह बच्चे को किस कर ले तो भी बच्चे को यह समस्या हो सकती है।
कैसे करें इलाज?
बच्चे के मुंह में छाले होने पर समस्या खुद ही धीरे-धीरे ठीक हो सकती है। परंतु यदि समस्या बढ़ रही है तो आप उसे डॉक्टर के पास लेकर जाएं।
घरेलू नुस्खे भी आएंगे काम
. यदि शिशु छोटा नहीं है तो उसके छालों पर बर्फ लगाएं।
. इसके अलावा शिशु को ज्यादा मसालेदार खाना न खिलाएं।
. यदि बच्चा 6 महीने से बड़ा है तो आप उसके छाले पर नारियल तेल लगा सकते हैं। इसके अलावा आप उसे नारियल पानी भी दे सकते हैं।
. बच्चे के छाले पर शहद लगा सकते हैं। शहद में इंफेक्शन को दूर करने के गुण पाए जाते हैं ऐसे में आप शिशु के छालों पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।