नारी डेस्क : फिल्म इंडस्ट्री की चमक-दमक जितनी बाहर से ग्लैमरस दिखती है, अंदर से उतनी ही मेहनत और अनुशासन की मांग करती है। लगातार शूटिंग, प्रमोशन, ट्रैवल और इवेंट्स के बीच फिट रहना किसी चुनौती से कम नहीं। लेकिन ‘थम्मा’ एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना ने इस बैलेंस को बखूबी साधा है। आइए जानते हैं उनकी फिटनेस के पीछे का राज़।
वर्कआउट रूटीन (Workout Routine)
रश्मिका मंदाना का फिटनेस रूटीन किसी एक एक्सरसाइज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विविधता से भरा हुआ है। वह हफ्ते में चार दिन अलग-अलग एक्टिविटीज़ करती हैं ताकि शरीर और मन दोनों एक्टिव बने रहें। कभी किकबॉक्सिंग और डांस से पसीना बहाती हैं, तो कभी स्विमिंग, स्पिनिंग या योगा से लचीलापन बढ़ाती हैं। कार्डियो के लिए वे ब्रिस्क वॉकिंग करना पसंद करती हैं, जबकि स्ट्रेंथ ट्रेनिंग में लैंडमाइन डेडलिफ्ट, पुश-अप्स, चिन-अप्स और स्नैच जैसे मल्टी-जॉइंट मूवमेंट्स को शामिल करती हैं, जिससे उनका शरीर मजबूत और टोंड बना रहता है।

रश्मिका का कहना है —“अगर फिटनेस में एक्साइटमेंट नहीं रहेगा, तो आप इसे लंबे समय तक जारी नहीं रख पाएंगे।”इसी वजह से वे हमेशा अपने वर्कआउट में बदलाव लाती रहती हैं, ताकि बोरियत न हो।
हेल्दी डाइट (Healthy Diet)
रश्मिका मानती हैं कि फिटनेस सिर्फ एक्सरसाइज से नहीं, बल्कि सही खानपान और हाइड्रेशन से भी पूरी होती है। वे दिन की शुरुआत एक बड़े गिलास पानी से करती हैं, जिसमें कभी-कभी एप्पल साइडर विनेगर भी मिलाती हैं ताकि मेटाबॉलिज्म तेज रहे। उनका डाइट पैटर्न ज़्यादातर वेजिटेरियन या एगेटेरियन है। वे उन चीज़ों से दूर रहती हैं जिनसे उन्हें एलर्जी है जैसे टमाटर, शिमला मिर्च, खीरा और आलू।
लंच: हल्का और पौष्टिक साउथ इंडियन फूड (अक्सर बिना चावल)।
डिनर: हल्का खाना, जैसे सूप या फल।
स्नैकिंग: जंक फूड की जगह स्वीट पोटैटो, ड्राई फ्रूट्स और सीड्स।

हाइड्रेशन है सबसे बड़ा मंत्र
लंबे शूटिंग शेड्यूल में एनर्जी बनाए रखने के लिए रश्मिका खूब पानी पीती हैं। वे दिनभर में 8–10 गिलास पानी ज़रूर लेती हैं और अपने साथ वॉटर बॉटल हमेशा रखती हैं। वे कहती हैं —“पानी की कमी से सिर्फ स्किन ही नहीं, बल्कि मसल्स भी थकान महसूस करते हैं।” शूटिंग के दौरान भी वे खुद को नारियल पानी या लेमन वॉटर से हाइड्रेट रखती हैं।
मानसिक संतुलन और निरंतरता
रश्मिका की फिटनेस जर्नी की सबसे बड़ी खूबी है कंसिस्टेंसी और अडैप्टेबिलिटी। वे चाहे कितनी भी बिजी क्यों न हों, वर्कआउट के लिए समय निकाल ही लेती हैं। अगर जिम न जा पाएं तो होटल रूम में ही स्ट्रेचिंग या मोबिलिटी एक्सरसाइज़ कर लेती हैं। उनके लिए फिटनेस सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक बैलेंस का भी जरिया है।
वे मानती हैं —“फिटनेस का मतलब सिर्फ वजन घटाना नहीं, बल्कि खुद को अंदर से मजबूत बनाना है।”
बिजी लाइफस्टाइल के बावजूद यदि अनुशासन और पॉजिटिव अप्रोच बनी रहे, तो हेल्दी और ग्लोइंग रहना मुश्किल नहीं।