कहते हैं एक उम्र के बाद लोगों से काम नहीं होता और वो खटिया पकड़ लेते हैं। लेकिन इस बात को गलत साबित कर दिखाया उत्तराखंड की 106 साल की रामबाई ने। उन्होंने हाल ही में 18 वें नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ना सिर्फ हिस्सा लिया बल्कि तीन गोल्ड भी जीते। आइए आपको बताते हैं रामबाई के बारे में...
कौन हैं रामबाई
कदामा गांव में रहने वाली 106 साल की रामबाई को गांव के लोग प्यार से उड़वपरी परदादी भी कहते हैं। उनकी 70 साल की बेटी है संतरा देवी और 42 साल की पोती शर्मिला भी है। वे दोनों भी रामबाई के साथ कई सारी प्रतियोगिताओं में शामिल हुई हैं। उन्होंने 100,200 मीटर में दौड़ और रिले दौड़ के साथ-साथ लॉन्ग जंप में अपनी बेटी और पोती के साथ गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा चुकी हैं।
2016 से की थी एथलेटिक्स की शुरुआत
रामबाई चाहे हैं 106 साल की लेकिन वो खेत में भी काम करने से पीछे नहीं हटीं। उन्होंने एथलेटिक्स की शुरुआत साल 2016 से की थी, जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार कई सारे गेम्स में हिस्सा लिया। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी ट्वीट कर रामबाई को बधाई दी।
इससे पहले रामबाई ने साल 2021 में वडोदरा में भी नेशनल चैंपियनशिप में 4 गोल्ड मेडल जीते थे और उनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। जब उन्होंने 18 वीं राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल प्राप्त किया तो उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि वह रोज सुबह 4 बजे उठकर 5 से 6 किलोमीटर तक दौड़ लगाती है। वहीं वो अपनी डाइट में देसी घी में शामिल करती हैं। वो हर दिन 250 ग्राम देसी घी खाती हैं। उनका ये भी कहना है कि उन्हें दूध, दही और घी बहुत पसंद है। रामबाई का उम्र के इस पड़ाव में भी ऐसा जज्बा युवाओं के लिए प्रेरणा है।