सावन की शिवरात्री भोले के भक्तों के लिए बहुत विशेष है। इस दिन शिवजी का अभिषेक करने से भक्तों को विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस दिन कई लोग कावड़ लेकर आने के बाद भी लोग शिवलिंग का अभिषेक करते हैं। इस बार भी शिवरात्रि पर प्रदोष व्रत का खास संयोग बन रहा है। 15 जुलाई को शिवरात्रि है और इस दिन शिवलिंग का अभिषेक करने से बेहद ही शुभ मुहूर्त है...
सावन शिवरात्रि का मुहूर्त
हिंदू कैलेंडर के हिसाब से सावन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी 15 जुलाई को शाम 08 बजकर 32 मिनट से आरंभ हो रही है, जो 16 जुलाई को शाम 10 बजकर 08 मिवट पर समाप्त होगी।
जलाभिषेक करने का शुभ मुहूर्त
सुबह जलाभिषेक का पहला समय: 7 बजकर 21 मिनट से 9 बजकर 54 मिनट
सुबह जलाभिषेक का दूसरा समय: 10 बजे से 12 बजकर 27 मिनट
दोपहर जलाभिषेक का समय: 1 बजकर 3 मिनट से 3 बजे
शाम जलाभिषेक का समय: 5 बजकर 33 मिनट से 6 बजकर 12 मिनट
शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करने की विधि
शिवजी को जल बहुत पसंद है। तो शिवरात्री के मौके पर जल से शिवलिंग का करें और इसके बाद पंचामृत से रुद्राभिषेक करें और इसके बाद बेलपत्र, धतूरा, चंदन, भांग, अक्षत और पुष्प आदि अर्पित करें। इसके बाद भगवान शिव के सामने घी का दीपक जलाएं और शिव चालीसा और भगवान शिव की आरती करें।
सावन के व्रत में करें इन नियमों का पालन
इस दिन प्याज, लहसुन या मांस ना खाएं।
शिव जी की आरधना ज्यादा से ज्यादा करें।
इस दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें।
सावन के मौके पर सोमवार का व्रत रखकर भी भोलेनाथ को प्रसन्न कर सकते हैं।