हाल ही में चीन के बाद से पूरी दुनिया में Mysterious Pneumonia या white lung syndrome नाम का वायरस फैला हुआ है। Mysterious Pneumonia इसलिए क्योंकि इस बीमारी के लक्षण काफी हद तक Pneumonia से मिलते जुलते हैं। वहीं अब उत्तराखंड में भी इसके केस आ गए हैं। बढ़ती सर्दियों के दौरान वैसे भी निमोनिया का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। ठंड के दिनों में सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के एक आम समस्या है। लेकिन कई बार यही लक्षण आपको निमोनिया का संकेत दे रहे होते हैं, जिसे लोग समझने में असफल हो जाते हैं। जरूरी है कि आप Pneumonia से ही जुड़े कुछ लक्षण और बचाव के तरीके जानें, ताकि आप इस खतरनाक वायरल इंफेक्शन से बच सकें। वरना लापरवाही करने पर जान पर भी खतरा बन आता है...
काफी के साथ खांसी
वैसे तो खांसी के कई सारे लक्षण हो सकते हैं, जैसे स्मोकिंग, इंफेक्शन या केमिकल कॉनटेक्ट । इस तरह की खांसी कुछ दिन बाद खुद ही ठीक हो जाती है। लेकिन अगर आपकी खांसी ठीक होने की जगह बदतर हो जाए तो ये निमोनिया के लक्षण हैं। कई बारी लोगों को सर्दी या फ्लू होने के बाद बीमार महसूस होता है, तो बिना देर किए इसकी मेडकिल टेस्ट करवा लें। खासकर के अगर बलगाम गाढ़ा, हरा या पीला रंग का है तो सर्तक हो जाने की जरूरत है।
तेज बुखार
यदि आपको 102 डिग्री का बुखार है तो डॉक्टर से संपर्क करें। वैसे तो बुखार आना और ठंड लगना निमोनिया के आम लक्षण हैं, लेकिन बुखार 105 डिग्री फारेनहाइट होने पर निमोनिया का संकेत मिलता है। यदि आप आपके परिवार के किसी बुजुर्ग सदस्य या दोस्त की देखभाल कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि 65 साल से ज्यादा उम्र के लोग कभी- कभी कम तापमान होने पर भी निमोनिया के शिकार हो जाते हैं।
छाती में दर्द
अगर आपकी छाती में दर्द होने लगे, तो निमोनिया हो सकता है। यह दर्द अक्सर खांसते या छींकते समय महूसस होगा। कभी-कभी आप सीढ़ियां चढ़ने और कपड़े उतारने जैसे छोटे-छोटे काम करने के बीच भी थकान और सांस में कमी का अनुभव कर सकते हैं।
बार- बार तबीयत खराब होना
कभी-कभी आप सर्दी, बुखार या संकम्रण के बाद भी धीरे-धीरे ठीक हो जाते हैं। लेकिन अचानक से सुधार के बाद दोबारा बदतर महसूस करने लगें, तो संभव है कि आपको सैकेंड्री इंफेक्शन हो। इसमें जब आपका शरीर कीटाणुओं के एक ग्रुप से लड़ रहा हो, तो दूसरे रोगाणु के लिए आप पर अटैक करना आसान हो जाता है। इसलिए जो कोई भी सांस संबंधी लक्षणों के कुछ दिनों बाद बेहतर होने के बजाय बदतर महसूस करे, तो देर न करते हुए सीधे डॉक्टर के पास ले जाएं।
सर्दी में निमोनिया से बचाव के उपाय:
-ठंड के मौसम में घऱ से बाहर निकलें तो गर्म कपड़े पहनकर निकलें।
-बैक्टीरिया से बचाव के लिए भी वैक्सीन जरूर लगवाएं। बैक्टीरियल वैक्सीन लगाने से बीमारी की गंभीरता कम हो जाती है।
-सर्दी में स्मोकिंग और ड्रिंकिंग करने वाले लोगों को निमोनिया का खतरा ज्यादा रहता है, इसलिए परहेज़ करें।
-शुगर के मरीजों को ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है।
-पोषक तत्वों से भरपूर भोजन को डाइट में शामिल करना चाहिए।