एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। पहली और दूसरी लहर ने बच्चों को उतना प्रभावित नहीं किया लेकिन तीसरी लहर की आशंका ने पेरैंट्स की चिंता बढ़ा दी है। उन्हें हर समय यह डर सताता रहता है कि उनका बच्चा कोरोना पॉजिटिव आ गया तो वे क्या करें। पेरैंट्स को कोरोना से ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है। अगर आपका बच्चा संक्रमित हो जाता है तो एक्सपर्ट द्वारा बताई गईं इन बातों को ध्यान में रखकर आप उनका ख्याल रख सकते हैं।
संक्रमित बच्चे को दूर करें, अकेला नहीं
अगर आपका कोरोना संक्रमित बच्चा बड़ा है तो उसे कमरे में अकेले आइसोलेट करने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी। परेशानी तब होती है जब बच्चा छोटा हो यानी 3 से 10 साल के बीच का। इस उम्र में बच्चे माता-पिता या घर के अन्य सदस्यों के बिना अकेले नहीं रह पाते और न ही एक जगह टिककर रहते हैं। ऐसी परिस्थिति में संक्रमित बच्चे को अकेले छोड़ने की बजाय उससे दूरी बनाकर उसकी देखभाल करें।
माता-पिता में से कोई एक करे देखभाल
कोरोना पॉजिटिव छोटा बच्चा अपना ख्याल खुद नहीं रख सकता। ऐसे में माता-पिता में से किसी एक को उसका ख्याल रखने की जरूरत है लेकिन ध्यान रहे जो भी बच्चे की देखभाल करे उसका वैक्सीनेट और स्वस्थ होना जरूरी है तभी वह बच्चे का अच्छे से ख्याल रख सकता है।
वैंटिलेशन और साफ-सफाई का रखें ख्यान
अगर आप अपने कोरोना संक्रमित बच्चे की देखभाल कर रही हैं तो इस बात का खास ध्यान रखें कि जहां भी बच्चे को आइसोलेट किया गया है वहां वैंटिलेशन हो यानी कमरे में बाहर की हवा आती-जाती रहे। इसके अलावा साफ-सफाई पर पूरा ध्यान दें। समय-समय पर हाथ धोते रहें। 24 घंटे मास्क पहनें और बच्चे को भी पहनाए रखें। हो सके तो बच्चे का टॉयलेट अलग रखें।
बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य का रखें ध्यान
बच्चे एक जगह टिककर नहीं रहते। उन्हें खेलना-कूदना और सबका प्यार चाहिए होता है। लेकिन कोरोना संक्रमित होने के कारण उन्हें आइसोलेट करके रखना पड़ता है, जिससे बच्चे की एक्टिविटी कम हो जाती हैं। ऐसी अवस्था में बच्चे की मैंटल हैल्थ पर असर पड़ने लगता है। इसलिए जरूरी है कि जो भी बच्चे का ध्यान रख रहा है वह बच्चे को समझाए कि वह जल्दी ठीक हो जाएगा। अगर बच्चा खेलने की जिद करे तो उसके साथ इंडोर गेम्स ही खेलें।
ध्यान दें
सरकार की नई कोरोना आइसोलेशन गाइडलाइन के मुताबिक पॉजिटिव होने के 7 दिनों के बाद होम आइसोलेशन खत्म हो जाएगा। यानी पूरे 7 दिन आइसोलेट होने के बाद बच्चे को बाहर ले जा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे बच्चा मास्क पहने और लोगों से दूरी बनाए रखे। हो सके तो बच्चे को बाहर ले जाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।