पिछले साल अगस्त में शुरू हुई शाहरुख खान ला ट्रोब यूनिवर्सिटी पीएचडी स्कॉलरशिप (छात्रवृत्ति) के लिए बहुत लंबी लाइन लग गई थी। अब ऐसे में किसी को यह स्कॉलरशिप मिलना कोई आम बात नहीं है। मगर हमारे भारत के केरल शहर की गोपिका कोट्टनथारायिल ने यह छात्रवृत्ति 800 से अधिक भारतीय महिलाओं को पीछे छोड़ इसे हासिल किया है।
गोपिका एग्रीकल्चर और एनिमल साइंस के नए तकनीक को भारत में लेकर आन चाहती है। उनका सिर्फ एक ही मकसद है और वो है कि वो भारत के कृषि विभाग में विकास लाए। बुधवार शाम मुंबई में हुए इस छात्रवृत्ति इवेंट में गोपिका को खुद शाहरुख खान ने यह ख़िताब उन्हें दिया है। आपको बतादें कि इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न और ला ट्रोब विश्वविद्यालय ने पिछले साल अगस्त में 'शाहरुख खान ला ट्रोब यूनिवर्सिटी पीएचडी स्कॉलरशिप' को लॉन्च किया था। अब इतने बड़े मौके पर बॉलीवुड के बादशाह कुछ न कहे ऐसा नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि - 'मैं गोपिका के समर्पण और दृढ़ संकल्प की प्रशंसा करता हूं। यह छात्रवृत्ति उन्हें मेलबर्न की यात्रा करने में सक्षम बनाएगी, जहां वह भारत के कृषि क्षेत्र को बेहतर बनाने में मदद करने के अपने सपनों को हासिल करने की तरफ बढ़ेंगी।' यह शाम गोपिका और उनके परिवार के नाम है। वे मौटे तौर पर हाथियों पर रिसर्च कर रही हैं और अब इसे मधुमक्खियों पर शिफ्ट कर रही हैं। मुझे यह समझने की कोशिश भी नहीं करनी चाहिए कि वे क्या कर रही हैं। सबसे जरूरी बात यह है कि वे पीएचडी कर रही हैं। मैं आशा करता हूं कि और लोगों को यह अवसर मिलेगा।
बतादें कि इस इवेंट में मलाइका अरोड़ा, सिद्धार्थ रॉय कपूर और श्रीराम राघवन भी शामिल हुए थे। विश्वविद्यालय के चांसलर जॉन ब्रम्बी भी शामिल थे।