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यह पक्षी भाेजन पचाने के लिए खाता है कंकर और पत्थर, यहां जानिए इसका नाम

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 21 May, 2025 05:25 PM
यह पक्षी भाेजन पचाने के लिए खाता है कंकर और पत्थर, यहां जानिए इसका नाम

नारी डेस्क: हर इंसान का जैसे खाना का अपना- अपना तरीका होता है, वैसे ही जानवरों और पक्षियों के साथ भी हाेता है। आज हम बात कर रहे हैं शुतुरमुर्ग (Ostrich) की जाे बाकी पक्षियों की तरह दाने नहीं बल्कि पत्थर खाता हैं, लेकिन वह इन्हें पचाने के लिए नहीं बल्कि भोजन को पीसने के लिए खाते हैं। इन छोटे-छोटे पत्थरों को "गैस्ट्रोलिथ्स" (Gastroliths) कहा जाता है।  एक वयस्क शुतुरमुर्ग किसी भी समय अपने गिज़र्ड में एक किलोग्राम (2.2 पाउंड) से अधिक पत्थर ले जा सकता है
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शुतुरमुर्ग पत्थर क्यों खाते हैं?

शुतुरमुर्ग के दांत नहीं होते, इसलिए वह अपने भोजन को चबाकर नहीं खा सकते। उनके भोजन में अक्सर कठोर चीज़ें होती हैं जैसे: बीज, पत्तियां, छोटे पौधे, फल आदि इसलिए जब वे खाना निगलते हैं, तो वह सीधे पेट में जाता है।  जब शुतुरमुर्ग भोजन निगलता है, तो गिज़र्ड सिकुड़ जाता है और पत्थरों का उपयोग करके कठोर पौधों की सामग्री को कुचलता और तोड़ता है, जिससे पाचन आसान हो जाता है।  यह एक प्राकृतिक "ग्राइंडर" की तरह काम करता है।
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 इस प्रक्रिया से क्या होता है

इससे भोजन के छोटे-छोटे टुकड़े हो जाते हैं, पाचन आसान हो जाता है और  शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं। बताया जाता है कि पत्थर पचते नहीं हैं। वे लंबे समय तक गिज़ार्ड में रहते हैं और धीरे-धीरे घिसकर खत्म हो जाते हैं। जब उनकी जरूरत नहीं रहती, तो शुतुरमुर्ग उन्हें मल के रास्ते बाहर निकाल देता है। शुतुरमुर्ग अकेला ऐसा पक्षी नहीं है मुर्गियां, कबूतर और तीतर भी  इसी तरह से छोटे कंकड़ निगलते हैं ताकि भोजन आसानी से पच सके।
 

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