सेहतमंद रहने के लिए खाने में सभी जरूरी पौष्टिक तत्वों का होना बेहद जरूरी है। इससे इम्यूनिटी व पाचन तंत्र मजबूत होता है। ऐसे में शारीरिक व मानसिक विकास बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है। वहीं देशभर में लोगों को पौष्टिक भोजन करने और स्वस्थ जीवन शैली जीने के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 1 से 7 सितंबर तक 'National Nutrition Week' यानि 'राष्ट्रीय पोषण सप्ताह' मनाया जाता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ हेल्दी ड्रिंक्स के बारे में बताते हैं। जिसका सेवन करने से आपकी सभी जरूरी तत्व आसानी से मिल जाएंगे। ऐसे में आपका बीमारियों से बचाव होने के साथ बेहतर विकास में मदद मिलेगी।
आप दिन की शुरुआत इन जूस को पीकर कर सकते हैं। इसके सेवन से आप दिनभर हेल्दी व तरोताजा महसूस करेंगे।
बेल पन्ना
वुडन एप्पल यानि बेल व विटामिन सी, फाइबर, कैल्शियम आदि पोषक तत्वों से भरपूर होता है। बेल पन्ना का सेवन पाचन तंत्र मजबूत होता है। यह पेट को ठंडक पहुंचाता है। ऐसे में पेट की गर्मी, जलन, दर्द व अन्य समस्याओं से बचाव रहता है। इसके अलावा तेज गर्मी के कारण लूं लगने की परेशानी से भी बचाता है।
पपीता जूस
पपीता विटामिन सी, फाइबर, कैल्शियम, आयरन आदि पोषक तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर होता है। इसका जूस पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। ऐसे में कब्ज, एसिडिटी, अपच आदि पेट संबंधी अन्य समस्याओं से बचाव रहता है।
हरी पत्तेदार सब्जियों से बनाए जूस
हरी पत्तेदार सब्जियां पोषक तत्वों व एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर होती है। इनका सेवन करने से पाचन क्रिया मजबूत होती हैं। इसके अलावा इम्यूनिटी बढ़ने व वजन कंट्रोल रहने में मदद मिलती है। आप रोजाना पालक, केल व लेट्स का जूस पी सकती है।
चुकंदर और गाजर का जूस
चुकंदर और गाजर के जूस में विटामिन ए, सी, ए, फाइबर, आयरन, कैल्शियम व एंटी-ऑक्सीडेंट्स अधिक मात्रा में होते हैं। इसका जूस पीने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। पाचन तंत्र मजबूत होने के साथ वजन कंट्रोल रहता है। खून बढ़ाने में भी गाजर व चुकंदर का जूस पीना फायदेमंद माना जाता है। इसके अलावा इसके सेवन से सूजन की समस्या से लड़ने में शक्ति मिलती है।
कोकम और अंजीर शरबत
इसे बनाने के लिए एक जार में अंजीर, कोंकम, काला नमक व जीरा पाउडर मिलाकर रखें। फिर इसमें ठंडा पानी मिलाएं। बाद में इसे छानकर पीने का मजा लें। इससे पेट में ठंडक का एहसास होगा। पाचन तंत्र व इम्यूनिटी बढ़ने में मदद मिलती है। ऐसे में बीमारियों से बचाव रहता है।