टोक्यो ओलंपिक 2020 का आगाज हो चुका है। पूरी दुनिया के खिलाड़ी अपने-अपने देश के लिए जी-जान से खेल में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। हर किसी के जहन में गोल्ड जीतने की ही इच्छा हैं।
वहीं जिस उम्र में बच्चे ठीक से अपना मार्गदर्शन नहीं कर पाते वहीं इस उम्र में स्केटबोर्डिंग स्पर्धा की महिला स्ट्रीट फाइनल में जापान की निशिया मोमीजी ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता लिया है।
जापान की निशिया मोमीजी ने 13 साल की उम्र में जीता गोल्ड मेडल
निशिया ने सिर्फ 13 साल की उम्र में ओलंपिक का गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है। उन्होंने 13 साल 330 दिन की उम्र में पहली बार ओलंपिक में शामिल किए गए खेल स्केटबोर्डिंग में यह स्वर्ण पदक अपने नाम किया है।
ब्राजील की रेयसा लील को मिला सिल्वर मेडल
बतां दें कि इस रेस में ब्राजील की रेयसा लील भी पदक की दौड़ में शामिल थीं, जो निशिया से भी कम उम्र (13 साल 203 दिन) की थीं, लेकिन वह स्वर्ण पदक की रेस से कुछ अंक से हार गई। जिसके चलते उन्हें सिल्वर मेडल मिला।
वहीं इस स्केटबोर्डिंग प्रतिस्पर्धा में जापान की ही 16 वर्षीय नाकायामा ने कांस्य पदक मिला। इस तरह महिला स्केटबॉर्डिंग में जापान ने कुल दो मेडल जीतकर अपना अपने देश को गौरवंतित किया।
बतां दें कि जापान अभी तक स्केटबोर्डिंग में 6 में से 3 पदक अपने नाम कर चुका है।
जापान की निशिया ने ऐसे किया गोल्ड अपने नाम
मुकाबले की बात करे तो जापान की निशिया और ब्राजील की लील ने स्केटबोर्ड पर फिसलते हुए कुछ ऐसे नायाब करतब दिखाए, जिससे जज भी हैरान रह गए। दोनों खिलाड़ियों ने एक दूसरे को कड़ी टक्कर दी। इस दौरान सिर्फ 3 खिलाड़ी ही 14 अंकों का आंकड़ा पार कर पाए। अंतिम ट्रिक से पहले रेयसा लील का स्कोर 14.64 था जबकि निशिया मोमीजी का स्कोर 14.74 था, लेकिन ब्राजील की यह लिटिल स्टार 5वां पैंतरा सफलता पूर्वक नहीं कर पाई, और जापान की खिलाड़ी ने गोल्ड अपने नाम कर लिया।