भारतीय मूल की 11 वर्षीय बच्ची को दुनिया की सबसे मेधावी स्टूडेंट्स में से एक घोषित किया गया है, यह भारत के लिए बड़े ही गर्व की बात है। दरअसल, अमेरिका में स्कूल जाने वाले बच्चों के बीच चलाए जाने वाले गिफ्टेड एजुकेशन प्रोग्राम ने इस 11 वर्षीय भारतीय मूल की बच्ची को दुनिया की सबसे होशियार स्टूडेंट्स घोषित किया है।
दुनिया की सबसे मेधावी स्टूडेंट्स बनीं नताशा पेरी
अमेरिका के न्यूजर्सी स्थित थेल्मा एल सैंडमाइर एलिमेंट्री स्कूल की छात्रा नताशा पेरी को SAT, ACT और अन्य परीक्षाओं में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उन्हें दुनिया की सबसे मेधावी स्टूडेंट्स के साथ सम्मानित किया गया है। बतां दें कि इन परीक्षाओं का आयोजन जॉन हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ (CTY) की ओर से टैलेंट सर्च अभियान के तौर पर किया गया था।
बतां दें कि पेरी ने जॉन हॉपकिन्स द्वारा आयोजित हाई ऑनर अवॉर्ड में अपनी जगह बना उन 20 फीसदी बच्चों में शामिल हुई जिन्होंने टैलेंट सर्च अभियान में हिस्सा लेकर अवॉर्ड के लिए क्वालिफाई किया। पेरी ने कहा कि इससे मुझे और ज्यादा बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें डूडलिंग और जेआरआर टॉल्किन के उपन्यास पढ़ना बहुत पसंद है।
दुनिया भर के 84 देशों के 19,000 छात्रों ने पार्टीसपेंट किया था
जानकारी के मुताबिक, इस टैलेंट सर्च प्रतियोगिता में दुनिया भर के 84 देशों के 19,000 छात्रों ने पार्टीसिपेंट किया था जिसमें से पेरी इस प्रतियोगिता में तब शामिल हुईं जब वे ग्रेड पांच की स्टूडेंट थीं। परीक्षा का आयोजन 2021 की गर्मियों में किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक पेरी का मौखिक और क्वान्टिटेटिव सेक्शन की परीक्षा में रिजल्ट एडवांस ग्रेड-8 के 90 फीसदी के बराबर माना गया।
आपकों बतां दें कि बाल्टीमोर स्थित जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ दुनिया भर के प्रतिभाशाली छात्रों की पहचान करने के लिए ग्रेड लेवल टेस्टिंग को फाॅलो करता है।
वहीं, जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर वर्जिनिया रोच ने कहा कि हम इन छात्रों के साथ सेलेब्रेट करने के लिए रोमांचित हैं। हम हाई स्कूल, कॉलेज और उससे आगे की पढ़ाई में विद्वानों और नागरिकों के रूप में उनकी मदद करने के लिए उत्साहित हैं।