कोरोना नाम की महामारी से पीछा छूटा नहीं था कि खसरे जैसी खतरनाक बीमारी से भारत में दस्तक देनी शुरु कर दी है। खसरे के बढ़ते प्रकोप के कारण लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। हाल ही में बीएमसी की एक रिपोर्ट के अनुसार,3 साल के लड़के की मौत हुई है। संक्रामक बीमारी फैलने की पुष्टि खुद बीएमसी ने की है। ऐसे में बीएमसी मौत के कारणों की समीक्षा कर रही है।
अक्टूबर के बाद बड़ा खसरे के कारण मौत का आंकड़ा
गौरतलब है कि अक्टूबर 2022 के बाद से शहर में करीबन सोलह मौते हुई हैं जिनमें से करीबन आठ खसरे के कारण हुई हैं। बीएमसी के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, बच्चे के 26 दिसबंर को सांस लेने में कठिनाई हुई थी जिसके बाद उसे बीएसमी द्वारा संचालित अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इससे पहले बच्चे को तीन दिन तक बुखार और चकत्ते जैसी समस्या हुई थी।
शहर में पहले भी देखे गए थे मामले
बीते साल यानी की 2022 में करीबन 549 प्रयोगशाला में खसरे के मामले देखे गए थे। एम-ईस्ट वॉर्ड और कई इलाकों में करीबन 71 खसरे के मामले देखे गए थे।
बढ़ाई गई वैक्सीनेशन
नागरिक निकाय ने बढ़ती समस्या को देखते हुए वैक्सीनेशन भी बढ़ा दिया था। 9 महीने से 5 वर्ष की आयु के बच्चों को 38.30%(99,861) और 6 से 9 महीने तक के बच्चों का 45.59%(2,413) बच्चों को वैक्सीन लगाई गई है। रिपोट्स की मानें तो बीएमसी ने 24 दिसंबर को टीका करण अभियान शुरु किया था। बच्चों का टीकाकारण करने के लिए मोबाइल टीमों की व्यवस्था भी की गई थी । निर्माण स्थलों पर लगभग 117 बच्चों और खानाबदोश स्थलों पर करीबन 120 बच्चों की वैक्सीन की खुराक दी गई थी।