दिल्ली में यमुना का जलस्तर 206 मीटर के निशान को पार कर गया, जिससे बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का काम शुरू कर दिया गया। यहां ‘ओल्ड रेलवे ब्रिज' को सड़क व रेल यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। दिल्ली सरकार ने मूसलाधार बारिश के कारण सोमवार को सभी स्कूलों को बंद रखने की घोषणा की थी और सरकारी अधिकारियों की रविवार की छुट्टी रद्द करते हुए उन्हें ड्यूटी पर रहने का निर्देश दिया था।
यमुना नदी प्रणाली के जलग्रहण क्षेत्र में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली के कुछ हिस्से शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों में ‘भारी से अत्यधिक भारी' वर्षा दर्ज की गई है। इससे नदियां, नाले उफान पर हैं और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड व पंजाब में बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है तथा आवश्यक सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
वहीं हरिद्वार जिले में रुड़की, लक्सर, हरिद्वार शहर और भगवानपुर में भीषण जलभराव के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। यहां गंगा नदी खतरे के निशान से लगभग ढाई मीटर नीचे बह रही है। बागेश्वर जिला में तीन ग्रामीण मार्ग, पौड़ी जनपद में पांच राज्य मार्ग, एक मुख्य जिला मार्ग और 16 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है।
नैनीताल में एक राज्य मार्ग आंशिक रूप से जबकि एक आंतरिक मार्ग और नौ ग्रामीण मोटर मार्ग तथा पिथौरागढ़ में दो सीमा मार्ग और 11 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है। जनपद चमोली में बद्रीनाथ ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग 58 अभी भी अवरुद्ध होने के कारण सिफर् छोटे वाहनों के लिए खोला गया है। इस बीच जोशीमठ मल्हारी सीमा मार्ग जुम्मा गांव के पास पूरी तरह से पानी में बह गया है, जबकि यहां 22 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है।
दूसरी तरफ हरियाणा और पंजाब में भारी बारिश के चलते हुए जलभराव से मंगलवार को अंबाला-लुधियाना राजमार्ग समेत महत्वपूर्ण राजमार्ग अस्थायी रूप से वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहे। अन्य महत्वपूर्ण राजमार्गों में अंबाला-चंडीगढ़ और अंबाला-हिसार राजमार्ग सोमवार शाम से ही आवगमन के लिए बंद हैं। पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश से तबाही का मंजर दिख रहा है, जहां करोड़ों की संपत्ति बर्बाद हो गई। भारी बारिश से अंबाला जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। अंबाला-सहारनपुर रेल मार्ग पर रेलगाड़ियों की आवाजाही बंद है क्योंकि अंबाला कैंट के घस्तीपुर गांव में बाढ़ से पटरियों के नीचे की मिट्टी खिसक गई है। रेलवे ने क्षेत्र में भारी बारिश को देखते हुए सोमवार को कई रेलगाड़ियां रद्द कर दी थीं।