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54 की उम्र में भी माधुरी दीक्षित कैसे दिखती है जवां, खोला अपना फिटनेस का राज

  • Edited By Anu Malhotra,
  • Updated: 18 Jun, 2021 03:59 PM
54 की उम्र में भी माधुरी दीक्षित कैसे दिखती है जवां, खोला अपना फिटनेस का राज

21 जून को पूरी दुनिया भर में International Yoga Day मनाया जाएगा। वहीं योग ही एक ऐसी विकल्प जिससे मनुष्य अपने तन और मन को स्वस्थ रख सकता हैं। योगा को केवल आम आदमी ही नही ब्लकि बड़ी-बड़ी दिग्गज हस्तियां बी इसे फाॅल करती हैं। बाॅलीवुड की बात करें तो मलाइका अरोड़ा, शिल्पा शेट्टी, पूजा बत्रा, आलिया भट्ट, जाह्ववी कपूर आदि समेत कई सितारे रोजाना योगा को फाॅलो करते हैं। इसी बीच बाॅलीवुज की धक-धक गर्ल माधुरी दीक्षित अपनी फिटनेस को लेकर योगा के  3 वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं जिन्हें वह अकसर फाॅलो करती हैं। 

बतां दें कि 54 साल की उम्र में भी माधुरी बेहद जवां दिखाई देती हैं इनके पिछे योगा के यह तीन आसन है जिन्हें वह अकसर अपनी दिनचर्या में करती हैं। 

 दरअसल,  माधुरी ने 21 जून अंतरार्ष्ट्रीय योग दिवस से पहले अपने 3 वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं। इन वीडियो में उन्होंने अपने फैंस को योग को अपनी जिदंगी का हिस्सा बनाने के लिये प्रेरित किया है।

भुजंगासन-
पहले दिन के वीडियों में उन्होंने भुजंगासन करते हुए एक वीडियों शेयर किया हैं। जिसे वह नियमित करती हैं। आईए जानते हैं 
भुजंगासन के लाभ-
-सर्पासन बेडौल कमर को पतली तथा सुडौल व आकर्षक बनाता है।
-यह आसन सीना चौड़ा करता है, और इसे रोज़ाना करने से लंबाई बढती है।
-सर्पासन मोटापे को कम करता है।
-सर्पासन करने से शरीर की थकावट भी दूर हो जाती है।
-इस आसन को करने से शरीर सुंदर तथा कान्तिमय बनता है।

धनुरासन-
माधुरी ने दूसरे दिन धनुरासन करते हुए अपना वीडियो शेयर किया। इस योगासन के नियमित अभ्यास से पेट से जुड़ी कई समस्याएं दूर हो सकती हैं। इनमें एसिडिटी, गैस, खट्टी डकार और सामान्य पेट दर्द जैसी समस्याएं शामिल हैं। हालांकि जिन लोगों को पेट में अल्सर की शिकायत है, उन्हें यह योगासन नहीं करना चाहिए। धनुरासन का अभ्यास रीड़ की हड्डी मजबूत और लचीली बनाता है।

योग मुद्रा आसन-
माधुरी ने तीसरे दिन योग मुद्रा आसन करते हुए अपना वीडियो शेयर किया है। बतां दें कि योग मुद्रा आसन करने से पेट और पीठ स्वस्थ रहता है।  इसके नियमित अभ्यास से गैस, अपच और कब्ज से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा, भय, शोक और तनाव दूर होते हैं।

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