एक्ट्रेस कंगना रनौत इन दिनों सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर सुर्खियों में हैं जिसको लेकर वो लगातार अपनी राय रख रहीं है और खुलबोल रही हैं। मगर इसी बीच कंगना ने अपने परिवार का दूसरा पहलू भी दिखाया।
सभी जानते हैं कि कंगना रनौत की एक बहन रंगोली चंदेल है जो हर मौके पर उनके साथ खड़ी रहती हैं मगर बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि उनकी एक और बहन है जिसका जिक्र कंगना ने पहली बार सोशल मीडिया के जरिए किया...
कंगना रनौत की एक नहीं 2 बहनें
दरअसल, कंगना की इस बहन का नाम राजू हैं जिसे कंगना राजू दी कहकर बुलाती है। बता दें कि यह कंगना की सगी बहन नही लेकिन वो और उनका परिवार उन्हें सगों से भी ज्यादा प्यार देता है। कंगना ने अपनी राजू दी की कहानी बताते हुए कहा कि जब मेरी मां की नई-नई शादी हुई थी तो एक गांव में मनसा नाम की दलित औरत रहती थी जिसकी हालत देखकर मां को बहुत दुख पहुंचा था...उस औरत की तीन लड़कियां थी लेकिन उनकी आर्थिक हालत काफी मंदी थी जिसके बाद मां ने ससुराल वालों के खिलाफ जाकर उस औरत की सबसे छोटी बच्ची को गोद लिया था...उन्होंने ना सिर्फ उसे गोद लिया बल्कि अच्छे से पढ़ाया-लिखाया।
मां ने ससुराल के खिलाफ जाकर लिया था गोद
इतना ही नहीं वो सगी बहनों की तरह एक ही घर में रहती थी...कंगना ने बताया कि मैंने कभी भी रंगोली दीदी को दीदी कहकर नहीं बुलाया लेकिन मेरे पापा हमेशा चाहते थे कि मैं राजू को दीदी कहकर बुलाऊं...हालांकि, इस दौरान रिश्तोदारों ने मां की काफी निंदा की लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनीं...कंगना ने कहा यह वहीं भारत है जिसे में जानती हूं'
कंगना ने अपनी बात खत्म करते हुए लिखा, ‘राजू दी की मां… हमारे पैतृक घर में रहती है और मेरे और घर के सभी बच्चों के लिए मां की तरह हैं, यहीं हमारे माता-पिता ने हमें सिखाया है, मैं इसे पूरे भारत में प्रोत्साहित करना चाहती हूं, ना कि उस क्रूर रूढ़िवादी भारत को जिसे लोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए महिमा मंडित करते रहते हैं।’
दलित बहन को मां ने ही पढ़ाया-लिखाया
राजू, कंगना-रंगोली के साथ पली-पढ़ी और 21 साल की उम्र में उनकी शादी भूमि नाम के शख्स से हो गई जोकि अब चंड़ीगढ़ में रहती हैं। जब मुझे उस जोड़े की प्यारी सी फोटोज मिली तो मेरी मां ने कहा कि लड़की ब्राह्मण है, ये कभी किसी समाचार में नहीं दिखाया जाएगा।’
जानकारी के लिए बता दें कि कंगना इतनों सालों बाद यह बात इसलिए बताई क्योंकि कुछ लोग उन्हें दलित विरोधी समझकर दलितों पर होने वाले अत्याचार की स्टोरी में टैग करते हैं...बहन राजू की स्टोरी सुनाकर कंगना ने बताना चाहा है कि वो उन लोगों में से नही हैं जो दलितों पर अत्याचार करते हैं बल्कि उनकी मदद करने वालो में से है। उन्होंने अगले ट्वीट करते हुए लिखा, दलितों के खिलाफ अत्याचार की जो बातें आप सभी मुझे टैग करते हैं, मैंने उन्हें कभी महसूस नहीं किया, लेकिन फिर भी मैं आप पर भरोसा करती हूं, लेकिन जब मैं उस आधुनिक भारत को आपके साथ शेयर करती हूं, जिसे मेरी मां ने मुझे दिया है, तो मुझे झूठा कहने वाले आप कौन होते हैं?’
इसी के बाद कंगना ने एक ट्वीट किया और लिखा कि कुछ बातें आपके साथ क्लीयर कर देना चाहती हूं जिनसे पूरा गांव वाकिफ है...उन्होंने कहा कि मैंने जो भी बातें कहीं इस बात की जांच की जा सकती हैं और लोगों के सिगनेचर भी लिए जा सकते है। भई, कंगना की मां ने दलित बच्ची को गोद लेकर अपनी इंसानियत का सबूत दिया हैं...जिनके के साथ लोग काफी भेदभाव करते हैं..कंगना की मां ने उन्हीं की बच्ची को अपने गले लगाकर एक मिसाल कायम की है।