बॉलीवुड में एक्टिंग के अलावा बहुत से स्टार ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने अपने यूनिक और दिलकश स्टाइल से इंडस्ट्री में अलग ही पहचान बनाई। उन्हीं में रही है हेलन जी। जिन्हें इंडस्ट्री की पहली आइटम गर्ल कहा जाए तो गलत नहीं होगा। मशहूर डांसर और एक्ट्रेस के तौर पर पहचान बनाने वाली हेलन ने 500 से ज्यादा फिल्मों में काम किया । हेलन को उनके भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए पद्मश्री और फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है लेकिन यहां तक पहुंचने का सफर उनके लिए इतना आसान नहीं रहा। बचपन और अपनी निजी जिंदगी में हेलन ने बहुत से बुरे दिन देखे जिसमें सिर्फ अंधेरा था। आज वह अपने परिवार में बेहद खुश है लेकिन अपने मासूम बचपन में हेलन ने बहुत से बुरे दिन देखे।
हेलन जिनका जन्म 21 नवंबर 1938 में बर्मा में हुआ था। हेलन की मां बर्मा की थीं औ पिता एक एंग्लो-इंडियन थे। जब दूसरा विश्व युद्ध चल रहा था तो हेलन के पिता का निधन हो गया, पिता के निधन के बाद हेलन की मां ने एक ब्रिटिश सैनिक से शादी कर ली। इसके बाद हेलन ने अपने सौतले पिता का सरनेम रिचर्डसन अपना लिया। लेकिन दूसरे विश्व युद्ध के दौरान रिचर्डसन की भी मौत हो गई। ये वो समय था जब जापान ने बर्मा पर कब्जा कर लिया था ऐसे में हेलन का पूरा परिवार भारत की ओर चल पड़ा और जंगलों और गांवों के रास्ते असम में पहुंचा। आर्थिक हालात इतने खराब थे कि उनके पास खाने को भी पैसे और पहनने के लिए कपड़े तक नहीं थे। हेलन की एक बहन जैनिफर रिचर्डसन और भाई रोजर थे।
एक इंटरव्यू में हेलन ने बताया था कि उस दौरान एक ब्रिटिश सैनिक ने उन्हें मुंबई जाने के लिए गाड़ी, खान और दवाइयां दी थी। उस समय उनकी मां प्रेग्नेंट थी लेकिन सफर के दौरान उनका मिसकैरेज हो गया। जिन लोगों के ग्रुप के साथ हेलन का परिवार मुंबई जा रहा था उसमें कई लोग भूखमरी तो कुछ बीमारी के कारण मर गए। हेलन के भाई की तबीयत भी काफी खराब हो रही थी। मुंबई पहुंचने की मंजिल अभी बहुत दूर थी इसलिए मां ने कोलकत्ता रुकने का ही फैसला लिया वहां पर वह नर्स का काम करने लगी और भाई को भी वहीं अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके बाद हेलन और उनके छोटे भाई बहन को स्कूल भेजा गया लेकिन मां की सैलरी से घर खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था इसलिए हेलन ने भी मां की मदद करने की सोची। कोलकत्ता में रहने के दौरान हेलन की मां की मुलाकात कुकु मोरे से हुई जो फिल्मों में बैकग्राउंड डांसर थी। हेलन घर चलाने के लिए नौकरी ढूंढ रही थीं। तब कुकु ने हेलन को फिल्मों में कोरस डांसर की नौकरी दिलवाई। हेलन के आते ही कुकु का चार्म फीका पड़ने लगा और हेलन ने अपनी जगह बना ली। 19 साल की उम्र में ही हेलन को फिल्म हावड़ा ब्रिज से एक बड़ा ब्रेक मिला। इस फिल्म के गाने मेरा 'मेरा नाम चिन चिन चू' ने हेलन की किस्मत बदल दी। इसके बाद तो वो बॉलीवुड की पहली आइटम गर्ल बनकर सामने आईं।
हेलन 60 के दशक की खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक थी और जब वह घर से बाहर निकलती थीं तो बुर्का पहन कर ही निकलती थीं क्योंकि बेहद खूबसूरत होने के चलते वह छेड़छाड़ का शिकार भी होती थीं। साल 1957 में हेलन ने अपने से 27 साल बड़े डायरेक्टर पीएन अरोड़ा से शादी की थी लेकिन 16 साल की ये शादी हेलन ने अपने 35वें बर्थडे के दिन तोड़ दी थी। हेलन ने पीएन अरोड़ा से इसलिए तलाक लिया था क्योंकि वह हेलन के कमाए पैसों को अपनी ऐश में उड़ाते हैं। वह हेलन का फायदा उठा रहे थे पति के खर्च के चलते हेलन दिवालिया हो गई थी। उनके पास अपने अपार्टमेंट का किराया देने के भी पैसे नहीं बचे थे। इसके बाद उन्होंने पति को छोड़ने का फैसला किया। फिर साल 1962 में फिल्म काबिल खान के दौरान उनकी मुलाकात सलीम खान से हुई। सलीम खान भी हेलन की खूबसूरती पर मर मिटे थे हालांकि वे शादीशुदा भी थे और 4 बच्चों के पिता भी लेकिन सलीम और हेलन का रिश्ता परवान चढ़ा। पत्नी सुशीला चरक जो शादी के बाद सलमा खान बन गई थी उन्हें ये रिश्ता कतई मंजूर नहीं था।
एक इंटरव्यू में सलीम खान ने बताया कि सुशीला शुरुआत में इस रिश्ते के खिलाफ थी और उन्हें देखकर बच्चे भी इसके खिलाफ थे लेकिन धीरे-धीरे उन्हें एहसास होने लगा कि हेलन बुरी नहीं है और सब का ख्याल रखती है।
इस तरह कुछ समय की नाराजगी के बाद सुशीला और उनके बच्चों ने हेलन को अपना लिया। अब सलमान खान उन्हें अपनी मां ही कहते हैं और बहुत ज्यादा करीब है। बता दें हेलन और सलीम की अपनी कोई औलाद नहीं थी लेकिन उन्होंने अर्पिता खान को गोद लिया था जो उन्हें एक सड़क किनारे रोते हुए मिली थी। सलमान और पूरा परिवार अर्पिता को बहुत प्यार करता है।
सलीम खान, उनकी दो पत्नियां, सलमा व हेलन और उनके 5 बच्चे आज एक साथ एक ही परिवार में रहते हैं। सारे परिवार को एक साथ फैमिली व अन्य फंक्शन्स में देखा जाता है। हेलन भी बच्चों से बेहन लगाव रखती हैं आपको हमारा ये पैकेज कैसा लगा हमें बताना ना भूलें।